अब खरगोन में ही स्टूडेंट्स कर पाएंगे बीएससी एग्रीकल्चर, इस यूनिवर्सिटी में एडमिशन शुरू
खरगोन. मध्य प्रदेश का खरगोन एक कृषि प्रधान जिला है. यहां अधिकतर लोग खेती पर निर्भर हैं. इसी को देखते हुए जिले में आजादी के बाद से ही कृषि महाविद्यालय की मांग लगातार की जा रही है. महाविद्यालय के अभाव में विद्यार्थियों को कक्षा 12वीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए इंदौर, भोपाल, जबलपुर, रीवा जैसे अन्य शहरों की ओर रुख करना पड़ता है.
लेकिन, अब कृषि संकाय से जुड़े विद्यार्थियों को न तो कॉलेज का इंतजार करना होगा और न ही एग्रीकल्चर की पढ़ाई के लिए अन्य शहरों की दौड़ लगानी पड़ेगी. विद्यार्थी अब खरगोन में रहकर ही बीएससी एग्रीकल्चर की डिग्री ले पाएंगे. जी हां, जिले की नवीन क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय ने बीएससी एग्रीकल्चर ऑनर्स की शुरुआत कर दी है. विद्यार्थी इसी सत्र से प्रवेश ले सकेंगे. खास बात ये की यहां प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थियों को एंट्रेंस एग्जाम (PAT) की परीक्षा भी नहीं देनी होगी. डायरेक्ट ऑनलाइन आवेदन करके एडमिशन ले सकेंगे.
फसलों के उत्पादन पर होगा शोध
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. जीएस चौहान ने Local 18 को बताया कि बीएससी एग्रीकल्चर ऑनर्स के प्रारंभ होने से इस क्षेत्र के विद्यार्थियों को कृषि संकाय के अध्ययन के लिए कहीं और जाने की जरूरत नहीं है. कृषि संकाय के विद्यार्थी स्थानीय कृषि की आवश्यकताओं और परिस्थितियों को देखते हुए अध्ययन करेंगे एवं फसलों के उत्पादन के संबंध में शोध कर अधिक उपज देने वाली फसलें तैयार कर सकेंगे. इससे निमाड़ क्षेत्र में कृषि का अधिकाधिक विकास होगा और यहां के कृषक और अधिक समृद्ध और संपन्न हो सकेंगे.
कब से शुरू होंगे एडमिशन
बता दें कि विश्वविद्यालय में बीएससी एग्रीकल्चर में अभी 80 सीटें निर्धारित की गई हैं. 12वीं कक्षा में कृषि अथवा विज्ञान संकाय से उत्तीर्ण विद्यार्थी इस पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं. प्रवेश के लिए विद्यार्थी एमपी ऑनलाइन ई-प्रवेश के माध्यम 20 जून से 7 जुलाई के बीच प्रवेश प्रक्रिया के तृतीय चरण में सम्मिलित हो सकते हैं. यह पाठ्यक्रम सेमेस्टर प्रणाली से संचालित किया जाएगा, जिसमें 4 वर्ष में विद्यार्थी 8 सेमेस्टर में अध्ययन करेंगे.
ये पाठ्यक्रम भी हो रहे संचालित
बता दें कि विश्वविद्यालय के साथ-साथ खरगोन को प्रधानमंत्री उत्कृष्ट महाविद्यालय की सौगात भी मिली।है.जिसकी वजह से बीएससी एग्रीकल्चर के अलावा, जैविक खेती, सहित कई व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी इसी सत्र से शुरू किए गए हैं, जिनमें एडमिशन प्रक्रिया जारी है. इन पाठ्यक्रमों में बीएससी फार्मास्यूटिकल कोर्स एवं बीकॉम बैंकिंग एवं फाइनेंस, अकाउंटिंग एंड टैली, बीएससी बायोटेक्नोलॉजी एवं बीएससी कंप्यूटर, यात्रा एवं पर्यटन प्रबंधन सहित रेगुलर कोर्स शामिल है. वहीं आगामी वर्षों में हॉर्टिकल्चर, बैचलर ऑफ़ जर्नलिज्म, बीपीएड, प्रबंधन के पाठ्यक्रम इत्यादि भी शुरू किए जाएंगे.
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FIRST PUBLISHED : June 15, 2024, 23:30 IST