आने वाली है बेहद शुभ तिथि, सुबह करें वट वृक्ष की पूजा… शाम को पूजें शनि, खास संयोग में मिलेगा दोगुना फल
देवघर (झारखंड): कुछ ही दिनों में जेठ का महीना प्रारंभ हो जाएगा. जेठ महीने की अमावस्या तिथि पर वट सावित्री व्रत रखा जाएगा. वट सावित्री व्रत का हिंदू धर्म में खास महत्व है. यह व्रत रखकर महिलाएं पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं. देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Local 18 को बताया कि सुहागिन महिलाएं जेठ माह कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन वट सावित्री का व्रत रखती हैं.
वट सावित्री की पूजा तीन दिनों तक चलती है. इसका पूजा इस बार 4 जून से शुरू होने वाली है. लेकिन, वट सावित्री व्रत 6 जून को रखा जाएगा. इस दिन सुहागिन महिलाएं अपनी पति की लंबी उम्र की कामना लिए निर्जला व्रत रख कर वट वृक्ष की पूजा करेंगी. क्योंकि वट वृक्ष में सभी देवी देवताओं का वास रहता है. साथ ही इस साल वट सावित्री पूजा के दिन बेहद शुभ संयोग का निर्माण होने जा रहा है. इसी दिन गुरुवार और रोहिणी नक्षत्र भी है. साथ ही शनि जयंती भी मनाई जाएगी जो अद्भुत संयोग है.
कब से शुरू होगी अमावस्या तिथि
ऋषिकेश पंचांग के अनुसार, अमावस्या तिथि की शुरुआत 5 जून रात 7 बजकर 23 मिनट से होने जा रही है. इसका समापन अगले दिन 6 जून को रात 9 बजकर 19 मिनट पर होगा. इसलिए उदया तिथि को मानते हुए 6 जून को ही वट सावित्री का निर्जला व्रत रखा जाएगा. वहीं, 6 जून को सुबह 9 बजे से लेकर 11 बजे तक पूजा करने का शुभ मुहूर्त है.
क्या करें इस दिन महिलाएं
वट सावित्री पूजा के दिन वट वृक्ष की पूजा आराधना करनी चाहिए. साथ ही लाल रंग के धागे जिसे मौली भी कहते हैं, अपनी मनोकामनाएं लिए वह 108 बार वट वृक्ष में लपेटना चाहिए. साथ ही वट वृक्ष में सिंदूर जरूर अर्पण करें. ऐसा करने से मनोकामना जरूर पूरी होगी.
Tags: Deoghar news, Local18, Shani Jayanti, Vat Savitri Vrat
FIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 05:46 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.