आम लोग बेच रहे तो म्यूचुअल फंड धड़ल्ले से खरीद रहे, अप्रैल में लगा दिए ₹8100 करोड़, क्या आपके पास है ये स्टॉक?


हाइलाइट्स

कोटक महिंद्रा सबसे बड़े निजी बैंकों में से एक है.इसका सबसे बड़ा म्यूचुअल फंड निवेशक एसबीआई है.एसबीआई एमएफ के पास इसके 15000 करोड़ के शेयर हैं.

नई दिल्ली. आरबीआई ने देश के सबसे बड़े निजी बैंकों में से एक कोटक महिंद्रा को ऑनलाइन और मोबाइल बैकिंग के माध्यम से नए ग्राहक जोड़ने से रोक दिया था. इसके अलावा बैंक अभी नए क्रेडिट कार्ड भी जारी नहीं कर सकता है. जब आरबीआई की ओर से यह ऐलान किया गया तो कोटक महिंद्रा के शेयरों में तेज बिकवाली देखने को मिली. यह घोषणा पिछले महीने 29 तारीख को हुई थी और इसके कारण एक ही दिन में बैंक के स्टॉक 11 फीसदी से अधिक टूट गए थे. एक दिन में इसके निवेशकों के 40,000 करोड़ रुपये मार्केट से साफ हो गए. अप्रैल में ओवरऑल ये शेयर 9 फीसदी टूट गया था.

जहां एक तरफ खुदरा निवेशक इसमें धड़ल्ले से बिकवाली कर रहे थे तो वहीं म्यूचुअल फंड्स इस शेयर को लेकर पूर्ण आशावादी नजर आ रहे हैं. अप्रैल में जो स्टॉक 9 फीसदी टूट गया उस स्टॉक में म्यूचुअल फंड्स ने 8100 करोड़ रुपये डाल दिए. बीते वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में म्यूचुअल फंड्स ने इस बैंक के 96 लाख से अधिक शेयर खरीदे थे. अप्रैल लगातार 9वां महीना था जब म्यूचुअल फंड्स ने कोटक महिंद्रा में शुद्ध रूप से खरीदारी की. हालांकि, इसके बावजूद 2014 में यह शेयर अबतक 14 फीसदी टूट चुका है. जबकि 2023 में इस समय तक यह स्टॉक 4.4 फीसदी तक बढ़ा था.

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कुछ आंकड़े
अप्रैल महीने में 39 म्यूचुअल फंड्स के पास कोटक महिंद्रा बैंक के कुल 30.24 करोड़ शेयर थे. मार्च में यह संख्या 25.63 करोड़ थी. इन शेयरों की वैल्यू 41,663 करोड़ रुपये से बढ़कर 53,186 करोड़ रुपये हो गई है. 1 महीने में 29 शेयरों ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है और 9 ने इसमें अपना स्टेक घटाया है. वहीं, 1 फंड ने हिस्सेदारी में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है. चौंकाने वाली बात यह है कि एक बैंक के स्टॉक में सबसे बड़ा म्यूचुअल फंड निवेशक एक दूसरा बैंक ही है. एसबीआई म्यूचुअल फंड के पास इस बैंक के 15,000 करोड़ रुपये के शेयर हैं और यह म्यूचुअल फंड के रूप में इसका सबसे बड़ा निवेशक है. इसके अलावा एचडीएफसी एमएफ व आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएफ भी इसके बड़े निवेशक हैं.

क्यों लगा था प्रतिबंध
दरअसल, बैंक के आईटी से जुड़े रिस्क मैनेजमेंट में कमी पाई गई थी. हालांकि, कोटक महिंद्रा का मानना है कि इस प्रतिबंध का उसके वित्तीय कामकाज पर काफी कम होगा. बैंक के एमडी व सीईओ अशोक वासवानी का मानना है कि इससे बैंक की साख को जरूर धक्का लगेगा.

(Disclaimer: यहां बताए गया स्टॉक्स सिर्फ जानकारी देने के उद्देश्य से हैं. यदि आप इनमें से किसी में भी पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्‍टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह की लाभ या हानि के लिए लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)

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