आलू की बंपर पैदावार का सबसे सस्ता तरीका, कंद भी होगा बड़ा, सिंचाई के पहले पौधों के बीच डाल दें ये चीज
Agency:News18 Madhya Pradesh
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Potato Farming Tips: जिन किसान भाइयों ने समय पर आलू की बुवाई कर दी थी, अब उनकी फसल में तीसरा पानी देने का समय आ गया होगा. लेकिन, सिंचाई के पहले अगर ये काम कर दिया तो समझिए आलू की बंपर पैदावार होगी.
आलू की बंपर पैदावार का सबसे सस्ता तरीका.
हाइलाइट्स
- मटके में विशेष घोल करें तैयार, सिंचाई से पहले डालें
- मटका खाद से आलू की पैदावार और कंद का साइज बढ़ेगा
- युवा किसान से जानें मटका खाद बनाने का आसान तरीका
सागर: आलू की खेती करने वाले किसान इस समय फसल में सिंचाई करने में व्यस्त हैं. पाले के बाद सिंचाई के समय भी आलू की फसल के खराब होने का खतरा बढ़ जाता है. अगर आप भी बड़े साइज के आलू की पैदावार चाहते हैं और फसल को बीमारी से बचाना चाहते हैं तो इसके लिए बेहद सस्ता फार्मूला अपना सकते हैं. इसका उपयोग करने से फसल तो अच्छी होगी ही, आमदनी भी बढ़ जाएगी.
अक्टूबर-नवंबर के महीने में आलू की बुवाई करने वाले किसान इस समय फसल में दूसरा या तीसरा पानी दे रहे होंगे. लेकिन, पानी देने से ठीक पहले किसानों को फसल में देसी मटका खाद का इस्तेमाल करना होगा. यह मटका खाद कैसे तैयार होता है और कैसे इसका इस्तेमाल किया जाता है? इसको लेकर युवा प्रगतिशील किसान आकाश चौरसिया में खास उपाय बताया है.
सिंचाई से पहले मटका खाद का स्प्रे करें
सागर के किसान आकाश चौरसिया बताते हैं कि अगर किसान भाई आलू की खेती कर रहे हैं, तो इसमें कार्बनिक मैटर जितना मिट्टी के अंदर होगा, उतना ज्यादा साइज में आलू का कंद बनेगा. उसमें जब हम आलू लगाते हैं तो 10 टन प्रति एकड़ कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल करते हैं, फिर हम मिट्टी चढ़कर भी थोड़ा सा कंपोस्ट खाद देते हैं, बाकी 15 दिन के अंदर जब हम पानी देते हैं, तो पानी देने के पहले मटका खाद बनाते हैं. मटका खाद एक ऐसा आइडिया है, जिसमें न केवल कंद की साइज बढ़ती है, बल्कि फसल ग्रोथ शानदार होती है. पौधे से बीमारियां भी दूर रहती हैं.
ऐसे तैयार करें मटका खाद
20 किलो देसी गाय का गोबर, 20 लीटर देसी गाय का ताजा या पुराना गोमूत्र, 2 किलो उड़द दाल का आटा, 2 किलो सरसों की खली, 2 किलो गुड़ इन पांच चीजों को आपस में मिला करके 5 दिन तक रख दें. फिर 5 दिन बाद ज्यादा पानी मिला करके फसल में पानी देने से पहले इसका छिड़काव कर दें.
ऐसे करे मटका खाद का इस्तेमाल
जमीन में खाद देने के बाद उसके ऊपर पानी दें यानी सिंचाई करें. इससे फसल की ग्रोथ भी अच्छी होती है. साथ ही आलू का जो कंद है, उसकी साइज भी प्रॉपर बनती है. यह बेहद सस्ता फार्मूला है, इसको अगर सीजन में दो से तीन बार कर दिया तो आलू की उपज में अच्छी बढ़ोतरी हो जाती है.
Sagar,Madhya Pradesh
February 01, 2025, 10:38 IST