इत्र नगरी में रसगुल्‍ले और राजभोग का एक साथ मिलेगा स्वाद…यहां शुद्ध छेने से बनती है अनोखी मिठाइयां


कन्नौज: उत्तर प्रदेश का कन्नौज के इत्र नगरी के नाम से जाना जाता है. यहां कन्नौज के मार्केट में इत्र के साथ-साथ स्वादिष्ट व्यंजनों की भी भरमार है. अगर आपको कुछ मीठा खाने का मन हो रहा है, तो यहां के प्रसिद्ध छेने के रसगुल्ले आपका दिन बना देंगे. स्वाद भी ऐसा जो आपको सबसे अलग मिलेगा.

यहां के रसगुल्लों की मिठास ऐसी है कि जिसमें आप एक दो नहीं बल्कि कई रसगुल्ले खा सकते हैं. छेने के रसगुल्ले के साथ शाही राजभोग यहां पर लोगों को बहुत पसंद आता है. इन रसगुल्लों की एक खासियत है कि यह बहुत ही मुलायम और स्पंजी रहते हैं, जो पेट के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं.

जानें कैसे बनते हैं ये रसगुल्ले
कन्नौज के मशहूर बड़ा बाजार इत्र वाली मार्केट में शंकर स्वीट्स के नाम से एक मशहूर दुकान है. यह दुकान 20 साल से अधिक पुरानी है. यहां दुकान पर लोग दूर-दूर से छेने का रसगुल्ला खाने के लिए आते हैं. यही नहीं यहां पर जो भी इत्र की खरीदारी करने आते हैं. वह यहां के छेने का रसगुल्ला का स्वाद एक बार जरूर लेते हैं.

इन रसगुल्लों को बनाने के लिए शुद्ध दूध का प्रयोग किया जाता है. दूध को फाढ़ने के बाद उसमें से छेना निकाला जाता है. जिसको बहुत ही साफ सुथरे तरीके से तैयार करके रसगुल्ला के रूप में बनाया जाता है. फिर मिठास भी ऐसी होती है कि, जो कोई भी एक से अधिक छेने का रसगुल्ला बहुत ही आसानी से खा सकता है.

जानें क्या रहता है रसगुल्ले का रेट
छेने का रसगुल्ला और राजभोग के रेट की बात की जाए तो छेने का स्पंजी रसगुल्ला 15 रुपए पीस, वहीं, राजभोग 30 रुपए पीस के हिसाब से मिल जाता है. स्पंजी छेने के रसगुल्ले सबसे ज्यादा डिमांड रहता है,  क्योंकि यह पेट की कई तरह की समस्या के लिए बहुत लाभकारी भी होता है. यह पेट में ठंडक भी बनाए रखता है.

जानें दुकानदार ने क्या बताया
दुकानदार मुदित वैश्य ने बताया कि उनकी दुकान 20 साल से ज्यादा समय से यहां पर है. हम लोग अपनी क्वालिटी से कोई भी समझौता नहीं करते हैं. हमारे यहां का स्पंजी छेना रसगुल्ला पुरे कन्नौज में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है. लोग दूर-दूर से यहां पर रसगुल्ला खाने आते हैं. यहां पर जो इत्र की मार्केट करने सैलानी भी आते हैं या विदेशी पर्यटक आते हैं वह भी छेने के रसगुल्ले का स्वाद जरूर लेते हैं.

पेट के लिए बहुत ही फायदेमंद है रसगुल्ला
दुकानदार ने बताया कि हम लोग इसमें मिठास का विशेष ध्यान रखते हैं, जिसमें कोई भी व्यक्ति एक से अधिक रसगुल्ला बहुत ही आसानी से खा सकता है. यह रसगुल्ला पेट की कई तरह की समस्याओं में भी लाभकारी रहता है. डॉक्टर भी हमारे यहां के छेने के रसगुल्ले खाने के लिए आते हैं. इसके अलावा कुछ ऐसे मरीजों को भी यहां भेजते हैं, जिनके परिजन यहां पर छेने का रसगुल्ला सुबह लेने पहुंच जाते हैं.

Tags: Kannauj news, Local18



Source link

x