इस्माइल हानिया, याह्या सिनवार और हसन नसरल्लाह…गाजा-लेबनान वाले दुश्मन खल्लास, अब उनके मददगार ईरान की बारी?


नई दिल्ली: इजरायल अपने दुश्मनों को कभी नहीं छोड़ता. धरती हो या पाताल, इजरायल दुश्मनों को ढूंढकर खल्लास करने के लिए ही जाना जाता है. 7 अक्टूबर वाले इंतकाम की आग में जल रहे इजरायल ने एक बार फिर इसे साबित कर दिया है. हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को इजरायल ने मौत के घाट उतार दिया है. इस्माइल हानिया, याह्या सिनवार और अब हसन नसरल्लाह… इजरायल ने गाजा और लेबनान वाले अपने दुश्मनों को खल्लास कर दिया है. इजरायली सेना के बाद खुद हिजबुल्लाह ने भी मान लिया कि इजरायली एयरस्ट्राइक में हिजबुल्लाह चीफ मारा गया. हसन नसरल्लाह की मौत से इजरायल के इंतकाम की तपिश थोड़ी कम जरूर हुई होगी. इसकी वजह है कि हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह ही इजरायल का दुश्मन नंबर एक था.

हसन नसरल्लाह का मारा जाना इजरायल के लिए बड़ी जीत और हिजबुल्लाह के लिए सबसे बड़ी चोट है. हसन नसरल्लाह ही वह शख्स था, जिसकी वजह से हिजबुल्लाह की सैन्य ताकत बढ़ी और ईरान के साथ उसका गठजोड़ मजबूत हुआ. नसरल्लाह स्थापना के समय से ही हिजबुल्लाह से जुड़ा था. उसने हिजबुल्लाह को इतना मजबूत बना दिया कि वह किसी से भी टकराने को तैयार रहता है. हालांकि, यह भी हकीकत है कि वह ईरान के दम पर ही कूदता रहा है. हसन नसरल्लाह की मौत से इजरायल ने राहत की सांस ली होगी. पिछले कई दशकों से नसरल्लाह ने इजरायल के नाक में दम कर रखा था. अमेरिका-इजरायल समेत पश्चिम के कई देश हिजबुल्लाह को आतंकी संगठन घोषित कर चुके हैं.

इजरायल का इंतकाम पार्ट-3 भी पूरा
हसन नसरल्लाह से पहले इजरायल इस्माइल हानिया और याह्या सिनवार को भी मौत के घाट उतार चुका है. इस्माइल हानिया हमास का चीफ था. इजरायल ने तो उसे ईरान के घर यानी तेहरान में घुसकर मारार था. इस्माइल हानिया को लेकर कहा जाता है कि इजरायल पर 7 अक्टूबर के हमले का वही मास्टरमाइंड था. इस्माइल हानिया के बाद याह्या सिनवार को हमास का चीफ बनाया गया. इजरायल ने उसे भी नहीं छोड़ा. बेंजामिन नेतन्याहू की सेना ने याह्या सिनवार को भी मौत के घाट उतार दिया. इस तरह इजरायल ने हमास को बुरी तरह तोड़ा और 7 अक्टूबर के हमले का इंतकाम पूरा किया.

हमास-हिजबुल्लाह की कमर टूटी
हमास के कमजोर पड़ने के बाद हिजबुल्लाह इजरायल को चुनौती दे रहा था. लेबनान से इजरायल में रॉकेट दाग रहा था. इजरायल ने लेबनान वाले दुश्मन को भी टारगेट में लिया और उसने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को बेरूत में मार गिराया. हिजबुल्लाह को ईरान ही पर्दे के पीछे से मदद कर रहा था. ईरान ही वह था, जो हिजबुल्लाह के कंधे पर बूंदक रखकर इजरायल पर गोलियां चला रहा था. अब जब हसन नसरल्लाह की हत्या हो चुकी है तो ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई को भी मौत का डर सताने लगा है. नसरल्लाह की हत्या के बाद सुप्रीम लीडर सुरक्षित जगह छिप गए हैं. अब सवाल है कि क्या इजरायल गाजा-लेबनान वाले दुश्मनों के मददगार ईरान से भी इंतकाम लेगा?

ईरान से भी बदला इजरायल का इंतकाम पार्ट-4?
ईरान और इजरायल की अदावत से दुनिया वाकिफ है. ईरान और इजरायल दोनों एक-दूसरे को फूटी आंखों से भी नहीं सुहाते हैं. यही वजह है कि ईरान हिजबुल्लाह के जरिए और हमास को मदद करके इजरायल को परेशान करता रहा है. अब जब हमास और हिजबुल्लाह की कमर इजरायल तोड़ चुका है तो सवाल है कि क्या ईरान भी अब लपेटे में आएगा? क्या इजरायल अब ईरान के सुप्रीम लीडर को भी मारेगा? क्योंकि इजरायल को पता है कि अगर हमास और हिजबुल्लाह उसे तंग कर रहे हैं तो उसके पीछे ईरान का ही हाथ है. अब अगर इजरायल हमास-हिजबुल्लाह के मददगार ईरान से बदला ले ले तो इसमें हैरानी नहीं होगी. इसकी भनक तो ईरान को भी है. यही वजह है कि नसरल्लाह की मौत के बाद सुप्रीम लीडर सेफ जगह पर छिप गए हैं.

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