इस खेती से युवा किसान की बदल गई तकदीर! सालाना हो रही 7 से 8 लाख की कमाई, बन गया मालामाल


संजय यादव/बाराबंकी : यूपी की राजधानी का पड़ोसी जिला बाराबंकी कभी अफीम का गढ़ माना जाता था. मगर अब शिमला मिर्च, टमाटर के साथ छप्पन कद्दू की बेल्ट के रुप में भी जाना जाने लगा है. यहां पर परंपरागत खेती छोड़कर किसान सब्जियों की खेती भी बड़े पैमाने कर रहे हैं. प्रदेश में सबसे ज्यादा पॉली हाउस वाले इस जिले में कई किसान आधुनिक तरीके से खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. क्योंकि हरी सब्जियों की बढ़ती डिमांड और खपत की वजह से इन सब्जियों की अच्छी कीमत मिलती है.

वहीं  बाराबंकी जिले के सफीपुर गांव के रहने वाले युवा किसान प्रमोद वर्मा ने स्नातक की पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरी की तलाश की, मगर सफलता नहीं मिलने पर उन्होंने सब्जियों की खेती के माध्यम से अपनी तकदीर बदल दी.  प्रमोद वर्मा महज 5 एकड़ की खेती से मात्र 3-4 लाख की लागत लगा कर सालाना 7 से 8 लाख का मुनाफा कमा रहे हैं. वह जिले मे युवा किसानों के लिए प्रेरणा बन गए हैं. सब्जियों की खेती से प्रमोद की सफलता देख लगभग पूरा गांव सब्जियों की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.

वहीं सब्जियों की खेती कर रहे किसान प्रमोद वर्मा ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि  पहले मैं  पारम्परिक खेती करता था. उसमें अधिक मुनाफा न होने से हम बहुत परेशान थे. इसके बाद उद्यान विभाग से संपर्क करने पर सब्जियों की खेती की जानकारी लेने के बाद एक एकड़ से टमाटर और शिमला मिर्च की खेती शुरू की. जिसमें अधिक मुनाफा देख अब 5 एकड़ में सब्जियों की खेती की है. जिनमें टमाटर, शिमला मिर्च के आलावा छप्पन कद्दू, फूल गोभी, पत्ता गोभी आदि कई तरह की सब्जियां हम उगाते हैं और सालाना 7 से 8 लाख तक की आय कर रहे हैं. हमारी सब्जियों की खेती देख पूरा गांव अब सब्जियों की खेती करने लगा है.

FIRST PUBLISHED : November 7, 2024, 10:37 IST



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