इस जानवर की होती है सबसे ज्यादा तस्करी, दवाई बनाने में किया जाता है इस्तेमाल



<p>दुनियाभर में लाखों प्रजाति के जीव-जंतु पाए जाते हैं. इसमें से कुछ जानवर ऐसे भी है, जिसके बारे में वैज्ञानिकों को भी नहीं पता है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे जानवर के बारे में बताने वाले हैं, जिसकी तस्करी दुनियाभर में सबसे ज्यादा होती है.&nbsp;</p>
<h2>जानवरों की तस्करी</h2>
<p>दुनियाभर में जानवरों की तस्करी बहुत आम बात है. अक्सर वन विभान से लेकर अलग-अलग सीमाओं पर तैनात सैन्य बल तस्करों को गिरफ्तार करते हैं. दरअसल कई जानवर इनके कीमती होते हैं, जिनसे मांस से लेकर जहर तक का इस्तेमाल दवाई बनाने के लिए किया जाता है. वहीं तस्कर पैसों की लालच में इन जानवरों की तस्करी करके एक देश से दूसरे देश तक पहुंचाते हैं. जैसे पहले भारत से सांपों की खूब तस्करी होती थी. क्योंकि सांप के जहर से दवाई बनती थी. कुछ जगहों पर सांप के जहर का इस्तेमाल नशे के लिए भी किया जाता था. लेकिन आज हम आपको जिस जानवर के बारे में बताने वाले हैं, उसकी तस्करी सबसे अधिक होती है.&nbsp;</p>
<h2>इस जानवर की होती है सबसे अधिक तस्करी</h2>
<p>इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर के मुताबिक दुनियाभर में वन्य जीवों की अवैध तस्करी के मामले में अकेले 20 फीसदी तस्करी पैंगोलिन की होती है. क्योंकि इसके खाल और मांस से पारंपरिक दवाईयां बनाई जा रही हैं. नेवलों की तरह दिखने वाला पैंगोलिन स्तनधारी जीवों की श्रेणी में आता है. बता दें कि दशकों से इस जीव की दुनियाभर में तस्करी हो रही है. आज स्थिति ऐसी है कि अब पैंगोलिन विलुप्त होने वाले जीवों की श्रेणी में पहुंच चुके हैं.</p>
<h2>धरती पर सबसे पुराने जानवरों में एक</h2>
<p>बता दें कि पैंगोलिन शर्मीले प्रवृति का जीव है, जो धरती पर लगभग 60 मिलियन सालों से पाए जाते हैं. ये जीव चींटियां खाकर अपना पेट भरते हैं. इतना ही नहीं एक किलो पैंगोलिन के मांस की कीमत करीब 27,000 रुपये तक होती है. कई बड़े और महंगे रेस्त्रां ही इसे बेचा जाता है, इसका मांस मुलायम होता है.</p>
<h2>दवाई के लिए होती है तस्करी</h2>
<p>इस जीव का दूसरा सबसे बड़ा इस्तेमाल दवाईयां बनाने में होता है. पैंगोलिन के मांस से अलग-अलग दवाएं बनती हैं, तो इसके स्केल्स से अलग किस्म की दवा बनती हैं. हर दवा का उपयोग अलग बीमारी के लिए होता है. बता दें कि पैंगोलिन के स्केल्स यानी शरीर की ऊपरी कड़ी परत से बनने वाली दवाएं चॉकलेट के बार की तरह दिखती हैं, लेकिन काफी कठोर होती हैं. इसे गर्म पानी या अल्कोहल में घोलकर पिया जाता है. आज के समय चीन समेत कई देशों में पैंगोलिन की अवैध तस्करी होती है.</p>
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