उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर, 3 लोगों की मौत, चारधाम यात्रा रोकी गई



Uttarakhand rain उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर, 3 लोगों की मौत, चारधाम यात्रा रोकी गई

देहरादून. उत्तराखंड (Uttarakhand)  में सोमवार को मूसलाधार बारिश के कारण भारी तबाही हुई और तीन लोगों की मौत हो गई. भूस्‍खलन के कारण बद्रीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री मंदिरों तक जाने वाले राष्‍ट्रीय राजमार्ग टूट गए, जिससे चारधाम यात्रा (chardham yatra) को दो दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है. भारी बारिश के कारण यहां कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है तो देहरादून के बाहरी इलाके में एक निजी रक्षा प्रशिक्षण अकादमी भी ढह गई. इधर मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने बारिश की स्थिति की समीक्षा के लिए हाई लेवल मीटिंग की है.

रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने कहा कि केदारनाथ के पास लिनचोली में एक शिविर में भूस्खलन हुआ, जिससे नेपाल के 26 वर्षीय कालू बहादुर नामक एक व्यक्ति की मौत हो गई है. वहीं, ऋषिकेश में शिव मंदिर और मीरानगर इलाकों के पास बरसाती नालों से दो शव भी बरामद किए गए. इनमें से एक की पहचान अमित ग्राम निवासी 35 वर्षीय दिनेश पंवार के रूप में हुई है. एम्स, ऋषिकेश, में शव रखे गए हैं, वहां के एक अधिकारी ने कहा कि दूसरे शव की पहचान की जा रही है. पौडी जिले के लक्ष्मणझूला क्षेत्र में भूस्खलन के बाद चार-पांच लोग लापता हैं.

पौड़ी में बारिश के कारण भारी जनहानि हुई
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पौडी, श्वेता चौबे ने पीटीआई को फोन पर बताया कि भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिसका मलबा इलाके के एक रिसॉर्ट पर गिरा, जिसके नीचे चार-पांच लोग फंस गए थे. उन्होंने बताया कि बचाव एवं राहत दल मौके पर पहुंच गए हैं और तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है. धामी ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि पौड़ी में बारिश के कारण भारी जनहानि हुई है, जो बेहद दुखद है.

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कई जिले जलमग्न, बारिश का पानी इमारतों में घुसा
उफनती नदियों ने कई जिलों को जलमग्न कर दिया है और बारिश का पानी इमारतों में घुस गया है और वाहन डूब गए हैं. टिहरी के उपमंडलीय मजिस्ट्रेट आशीष घिल्डियाल ने बताया कि लालपुल के पास सोंग नदी के तट पर स्थित देहरादून रक्षा अकादमी की इमारत सोमवार सुबह ढह गई. उन्होंने बताया कि कोई घायल नहीं हुआ क्योंकि इमारत पहले ही खाली करा ली गई थी. पूर्व जिला पंचायत सदस्य अखिलेश उनियाल ने बताया कि यह एक निजी संस्थान है जिसका भवन 15 साल पहले बनाया गया था.

बारिश के कारण अधिकांश नदियाँ उफान पर
बारिश के कारण अधिकांश नदियाँ उफान पर हैं और गंगा टिहरी, हरिद्वार और ऋषिकेश में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. यहां आपदा नियंत्रण कक्ष ने कहा कि अलकनंदा, मंदाकिनी और गंगा नदियां रुद्रप्रयाग, श्रीनगर और देवप्रयाग में खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं.

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एक दर्जन नदियों के किनारे बाढ़ जैसी स्थिति
भूस्खलन के मलबे के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर अवरुद्ध है. पीपलकोटी के पास मलबे के नीचे एक व्यक्ति के दबे होने की भी सूचना है. चमोली जिले में अलकनंदा और उसकी सहायक नदियां पिंडर, नंदाकिनी और बिरही समेत एक दर्जन नदियों के किनारे बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. भूस्खलन के कारण पिंडर की सहायक नदी प्राणमती में भी बाढ़ आ गई. नंदाकिनी के ऊपरी इलाकों में भूस्खलन से निचले इलाकों में नदी का जलस्तर बढ़ गया है.

गंगा नदी ऋषिकेश में खतरे के निशान पर बह रही
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीपलकोटी कस्बे और आसपास के इलाकों में भूस्खलन के कारण जानमाल के नुकसान की खबरें हैं. केंद्रीय जल आयोग के कनिष्ठ अभियंता सनी विश्नोई ने बताया कि गंगा नदी ऋषिकेश में खतरे के निशान पर बह रही है. आयोग ने रविवार रात को ऋषिकेश में 435 मिमी बारिश दर्ज की. भारी बारिश के कारण ऋषिकेश के चंद्रेश्वर नगर और शीशम झाड़ी समेत कई निचले इलाकों में पानी भर गया है.

Tags: Chardham Yatra, CM Pushkar Singh Dhami, Heavy rain, Uttarakhand big news



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