एक फोन से जंग रोक दूंगा… ट्रंप का जुमला नहीं था वो, पुतिन यह क्या संकेत दे रहे
मॉस्को:
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को कहा कि वह युद्ध को समाप्त करने के लिए अमेरिका के भावी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ संभावित वार्ता में यूक्रेन पर समझौता करने के लिए तैयार हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि यूक्रेनी अधिकारियों के साथ बातचीत शुरू करने के लिए उनकी कोई शर्त नहीं है. रूसी राष्ट्रपति ने अपने वार्षिक वर्ष के अंत में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान ये बयान दिया है. पुतिन का ये बयान ट्रंप के उन दावों के बीच आया है, जिसमें उन्होंने यूक्रेन-रूस समाप्त करने की बात कही थी. ट्रंप ने रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन (RNC) में एक बड़ा बयान देते हुए कहा था कि अगर वो राष्ट्रपति चुनाव जीत जाते हैं तो वह एक कॉल से ही युद्ध रुकवा देंगे. ट्रंप के इस दावे को पहले हल्के में लिया जा रहा था. हालांकि अब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बयान से साफ है कि वो भी युद्ध खत्म करने के पक्ष में है और ट्रंप से इस मुद्दे पर बातचीत भी करना चाहते हैं.
पुतिन ने ट्रंप से ‘किसी भी समय’ मिलने की अपनी इच्छा व्यक्त की. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि मैं उनसे कब मिलूंगा. वह इस बारे में कुछ नहीं कह रहे हैं. मैंने उनसे चार साल से अधिक समय से बात नहीं की है. बेशक मैं इसके लिए तैयार हूं, किसी भी समय.
पहले भी दिए हैं ट्रंप से बातचीत के संकेत
डोनाल्ड ट्रंप को पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर बधाई दी थी और कहा था कि मॉस्को रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए ट्रंप के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है. 7 नवंबर को सोची में वल्दाई इंटरनेशनल डिस्कशन क्लब के पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा था, “मैं इस अवसर पर उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में उनकी जीत के लिए बधाई देना चाहता हूं. मैं पहले ही कह चुका हूं कि हम ऐसे किसी भी राष्ट्राध्यक्ष के साथ काम करेंगे, जिस पर अमेरिकी लोगों का भरोसा हो.” अल जजीरा के अनुसार, ट्रंप की जीत के बाद पुतिन की यह पहली सार्वजनिक टिप्पणी थी.
ट्रंप ने युद्ध समाप्त करने की खाई है कसम
इससे पहले अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा था कि वह यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से लगभग तीन साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए बात करेंगे. ट्रंप के मुताबिक वो इस ‘नरसंहार’ को रुकवाने की कोशिश करेंगे. जनवरी में ट्रंप के व्हाइट हाउस में प्रवेश से पहले ही दोनों पक्षों में जंग में बढ़त हासिल करने की होड़ लगी है. हालांकि अमेरिका से समर्थन प्राप्त करने वाले देश यूक्रेन को इस बात की भी चिंता है कि उसे क्षेत्र की शांति के बदले कुछ रियायतें देने को मजबूर होना पड़ सकता है.
दरअसल ट्रंप, जो बाइडेन प्रशासन द्वारा मास्को के खिलाफ कीव को प्रदान की गई अरबों डॉलर की सहायता को लेकर सवाल खड़े करते रहे हैं. दोनों देश के राष्ट्रपतियों से बात कर नरसंहार को रोकने की बात डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही. ट्रंप ने कहा, “हम राष्ट्रपति पुतिन से बात करेंगे साथ ही हम जेलेंस्की और यूक्रेन के प्रतिनिधियों से भी बात करेंगे.” उन्होंने युद्ध का जिक्र करते हुए कहा, “हमें इसे रोकना होगा, यह नरसंहार है.”
टिप्पणी ऐसे समय में की गई है जब रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन में अपनी सेना के आगे बढ़ते रहने के कदम की सराहना करते हुए कहा था कि ये वर्ष “ऐतिहासिक” रहा.
बता दें कि ट्रंप ने बार-बार दावा किया है कि वह संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करने पर काम करेंगे. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह ऐसा कैसे करेंगे. इस महीने पेरिस में फ्रांसीसी नेता इमैनुएल मैक्रों द्वारा आयोजित एक बैठक में ट्रंप ने जेलेंस्की से मुलाकात की थी.