एक लाख से ज्यादा हार्ट सर्जरी कर चुका है ये डॉक्टर, लोग कहते भगवान, नेट वर्थ करोड़ों नहीं, अरबों में


नई दिल्ली. दुनिया का एक बहुत बड़ा डॉक्टर हुआ. नान था डॉक्टर क्रिश्चियान बर्नार्ड. बर्नार्ड ने दुनिया का सबसे पहला हार्ट ट्रांसप्लांट किया था. इस साउथ अफ्रीकी डॉक्टर से प्रेरणा पाकर भारत के देवी शेट्टी ने डॉक्टरी पेशा चुनने का फैसला लिया. आज भारत में डॉ. देवी शेट्टी का वही मुकाम है, जो दुनिया में डॉ. क्रिश्चियान बर्नार्ड का है. कार्डियक सर्जन देवी प्रसाद शेट्टी भारत के सबसे अमीर डॉक्टरों की फेहरिस्त में शुमार हैं. फोर्ब्स के मुताबिक, उनकी नेट वर्थ 16 हजार करोड़ रुपये (2 बिलियन अमेरिकी डॉलर) है. मेडिकल में उनके अहम योगदान के चलते देवी शेट्टी को पद्मश्री और पद्मभूषण जैसे बड़े नागरिक सम्मान भी प्राप्त हो चुके हैं.

देवी शेट्टी ने कर्नाटक के किन्नीगोली में 8 मई 1953 को जन्म लिया. तब कोई नहीं जानता था कि वे भारत के बड़े डॉक्टरों में से एक होंगे. मेडिकल साइंस में उनका रुझान उन्हें मानव सेवा की तरफ ले गया. मदर टेरेसा के अंतिम पांच सालों में उनके साथ पर्सनल फिजिशियन के तौर पर रहने वाले डॉ. देवी शेट्टी ने देखा कि देश के लोगों को सस्ती स्वास्थ्य सुविधाओं मिलनी चाहिए. भारतीय समाज में मदर टेरेसा के कार्यों से प्रेरित होकर डॉ. शेट्टी ने सन् 2000 में ‘नारायण हेल्थ’ की शुरुआत की.

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गौरतलब है कि मदर टेरेसा ने 45 सालों तक गरीब, बीमार और अनाथ लोगों की मदद की. मदर टेरेसा ने 1948 में स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता ली और उसके बाद का अपना जीवन मानव सेवा को समर्पित कर दिया. लोगों की सेवा के साथ ही मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी का प्रसार भी किया.

हम बात कर रहे हैं डॉ. देवी शेट्टी की. उनकी हॉस्पिटल चेन भारत की सबसे बड़ी चेन में से एक है. ‘नारायण हेल्थ’ के 47 हेल्थकेयर सेंटर हैं. देवी शेट्टी ने अपनी मेडिकल की पढ़ाई कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज और द रॉयल कॉलेज ऑफ सर्जन्स, इंग्लैंड से की.

अफॉर्डेबल हेल्थकेयर के झंडाबरदार
एक बार डॉ. शेट्टी ने खुद बताया था कि नारायण हृदयालय (Narayana Hrudayalaya) की स्थापना के पीछे मदर टेरेसा ही प्रेरणा थीं. उन्होंने लिखा, “उन्होंने (मदर टेरेसा) ने ही उन्हें गरीबों के लिए काम करने और हेल्थकेयर सेवाओं को कम दामों में लोगों तक पहुंचाने की प्रेरणा दी.”

नवजात की हार्ट सर्जरी
1992 में डॉ. देवी शेट्टी ने ऐसा काम कर दिखाया, जो तब से पहले कभी नहीं हुआ था. डॉ. शेट्टी ने महज 21 दिन के नवजात बच्चे की हार्ट सर्जरी की. उस बच्चे का नाम रोनी था. यह तारीख कोई कभी नहीं भूल सकता, क्योंकि यह एक सफल सर्जरी थी और भारत में किसी नवजात की पहली सर्जरी थी.

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2001 में डॉ. शेट्टी ने नारायण हृदयालय (NH) की स्थापना की. यह बैंगलोर के बोम्मासान्द्रा में एक मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल था. इस अस्पताल को खोलने का मकदस केवल यही था कि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों तक कम दाम में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच पाएं.

डॉ. शेट्टी ने एक्सेन्शन हेल्थ (Ascension Health) के साथ मिलकर केमैन आइसलैंड (Cayman Islands) में एक हेल्थकेयर सिटी की स्थापना की. कोलकाता में उन्होंने रविंद्रनाथ टैगोर इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियक साइंसेज (RTIICS) स्थापित की.

डॉ. देवी शेट्टी की नेट वर्थ
भारतीय शेयर मार्केट में नारायण हृदयालय (Narayana Hrudayalaya) कंपनी सूचीबद्ध है. डॉ. शेट्टी 2015 में कंपनी का आईपीओ लाए थे. इसका प्राइस बैंड 245 से 250 रुपये था. 6 जनवरी 2016 को स्टॉक लिस्ट हुआ था. मार्च 2023 के आंकड़ों के मुताबिक, सालाना आधार पर 265.64 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट बनाया था. फिलहाल कंपनी की वैल्यूएशन 25,577.80 करोड़ रुपये की है. मार्च 2024 के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, डॉ. देवी प्रसाद शेट्टी के पास कंपनी की 11.66 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

डॉ. देवी प्रसाद शेट्टी की अपॉइंटमेंट
www.credihealth.com पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, कार्डियक सर्जन डॉ. देवी शेट्टी की अपॉइन्टमेंट लेना बहुत मुश्किल काम नहीं है. कोई भी व्यक्ति मात्र 500 रुपये की कन्सल्टेशन फीस देकर ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक कर सकता है. यही वेबसाइट बुकिंग का विकल्प भी देती है.

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