एक ही जगह निवेश कर दिए 53 लाख करोड़, कहां दिख रहा लोगों को इतना ज्‍यादा रिटर्न, लगातार बढ़ रहा भरोसा


हाइलाइट्स

2023-24 में म्‍यूचुअल फंड में निवेश 35 फीसदी बढ़ा है.
म्‍यूचुअल में कुल निवेश अब बढ़कर 53 लाख करोड़ हो गया.
बीते वित्‍तवर्ष ही 2 लाख करोड़ रुपये का निवेश इसमें आया.

नई दिल्‍ली. निवेश की बात करें तो किसी को एफडी में पैसे लगाना भाता है तो कोई शेयर बाजार को ज्‍यादा पसंद करता है. लेकिन, एक ऐसा विकल्‍प है जो सबसे तेजी से लोकप्रिय हो रहा और लोगों ने इस विकल्‍प में अब तक 53 लाख करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा का निवेश किया है. बीते साल तो निवेश में एकमुश्‍त 35 फीसदी का उछाल दिखा. इसकी सबसे बड़ी वजह अच्‍छा रिटर्न और निवेश पर मिलने वाली सुरक्षा है. जाहिर है कि कम जोखिम उठाकर ज्‍यादा पैसा बनाने की चाह में ही लोग इस ऑप्‍शन में ज्‍यादा निवेश करते हैं.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं म्‍यूचुअल फंड में निवेश की. म्यूचुअल फंड कंपनियों की परिसंपत्तियां वित्त वर्ष 2023-24 में सालाना आधार पर 35 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 53.40 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गईं. इस दौरान खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी और शेयर बाजारों में तेजी से उद्योग को समर्थन मिला है, जिससे एक ही साल में 35 फीसदी का शानदार उछाल दिखा.

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अब तक की दूसरी सबसे बड़ी तेजी
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि यह वृद्धि वित्त वर्ष 2020-21 के बाद से सबसे अधिक है. उस समय यह 41 प्रतिशत रही थी. इसका मतलब हुआ कि म्‍यूचुअल फंड के इतिहास में अभी तक सबसे ज्‍यादा उछाल 2020-21 में आया था या फिर अब 2023-24 में दूसरा सबसे बड़ा उछाल दिखा है.

निवेशकों की संख्‍या भी बढ़ी
म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (एयूएम) में मजबूत बढ़त के साथ ही निवेशकों की संख्या में भी अच्छी खासी वृद्धि हुई. वित्त वर्ष 2023-24 के अंत में निवेशकों की संख्या 17.78 करोड़ के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर थी. इस दौरान निवेशकों की संख्या लगभग 4.46 करोड़ बढ़ गई है. इसका मतलब हुआ कि 25 फीसदी से ज्‍यादा निवेशक सिर्फ बीते वित्‍तवर्ष ही म्‍यूचुअल फंड से जुड़े हैं.

महिलाएं काफी पीछे
एम्‍फी ने बताया है कि कुल निवेशकों में लगभग 23 प्रतिशत महिलाएं थीं, जबकि पुरुष लगभग 77 प्रतिशत थे. व्यवस्थित निवेश योजनाओं (एसआईपी) में मार्च, 2024 में शुद्ध निवेश बढ़कर 19,300 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया. वित्त वर्ष 2023-24 में एसआईपी में शुद्ध निवेश दो लाख करोड़ रुपये रहा. इससे निवेशकों के बढ़ते विश्वास और अनुशासित निवेश करने की प्रवृत्ति का पता चलता है.

Tags: Business news in hindi, Investment and return, Mutual fund, Returns of mutual fund SIPs, Share market



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