ऑस्ट्रेलियन ओपन 2025: फाइनल में डिफेंडिंग चैंपियन यानिक सिनर के सामने ज्वेरेव की चुनौती
वर्ल्ड रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर काबिज यानिक सिनर ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में रविवार को यहां जब जर्मनी के अलेक्जेंडर ज्वेरेव के खिलाफ कोर्ट में उतरेंगे तो उनके सामने खिताब के बचाव करने की चुनौती होगी। पुरुष एकल में ऐसा बहुत कम बार हुआ है कि किसी खिलाड़ी ने करियर के अपने पहले ग्रैंड स्लैम खिताब का सफलता से बचाव किया है। पिछली बार राफेल नडाल ने 2005 और 2006 में फ्रेंच ओपन का खिताब जीतकर ऐसा कारनामा किया था। सिनर के सामने कई तरह की चुनौतियां है जिसमें डोपिंग का मामला भी शामिल है। यह मामला अब भी विचाराधीन है। पिछले साल मार्च में उनके नमूने में दो बार एनाबॉलिक स्टेरॉयड की थोड़ी मात्रा की पुष्टि हुई थी। यह बात को हालांकि अमेरिकी ओपन शुरू होते समय सार्वजनिक की गयी थी। उन्होंने तब अमेरिकी ओपन का खिताब जीता था। विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी की अपील पर हालांकि इस मामले की अप्रैल में सुनवाई होनी है।
ऑस्ट्रेलिया ओपन के दौरान पिछले दो सप्ताहों के दौरान, सिनर को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी जूझना पड़ा है। चौथे दौर में वर्ल्ड रैंकिंग में 13वें स्थान पर काबिज होल्गर रूण के खिलाफ मैच के दौरान उन्हें चक्कर आ गया था। सेमीफाइनल में विश्व रैंकिंग में 21वें स्थान पर काबिज बेन शेलटन के खिलाफ उनकी मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था। जिसके बाद उन्हें चिकित्सा मदद की जरूरत पड़ी।
सिनर के सामने जिम कुरियर (1992 और 1993) के बाद सबसे कम उम्र में लगातार दो बार इस खिताब को जीतने की चुनौती होगी। वर्ल्ड रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज 27 साल के ज्वेरेव इससे पहले दो बार ग्रैंड स्लैम के फाइनल में पहुंचे है और उन्हें दोनों बार निराशा हाथ लगी है। वह सिनर को हराकर अपना पहला खिताब जीतने के लिए पूरा जोर लगायेंगे। वह डोमिनिक थिएम के खिलाफ अमेरिकी ओपन 2020 के फाइनल में दो सेट की बढ़त को भुनाने में नाकाम रहे थे। पिछले साल कार्लोस अल्काराज ने उन्हें फ्रेंच ओपन के फाइनल में हराया था। ज्वेरेव को हालांकि फाइनल में पहुंचने के लिए ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। सेमीफाइनल में उनके सामने नोवाक जोकोविच की चुनौती थी लेकिन 24 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन ने पैर की चोट के कारण एक सेट के बाद ही मैच से हटने का फैसला किया।
(Input- PTI)