कभी डाकुओं का अड्डा हुआ करता था ये स्थल, अब पर्यटकों के लिए होगा तैयार, इस महीने से होगी शुरुआत


Agency:News18 Rajasthan

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कालाघाट का इतिहास बताता है कि यह इलाका काना और वेलिया नामक दो खूंखार डाकुओं का ठिकाना था. इन डाकुओं ने स्थानीय लोगों और सेठों में दशकों तक आतंक मचाया. लेकिन अब यह इलाका एक खूबसूरत पिकनिक पॉइंट और पर्यटन स्थल के…और पढ़ें

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जालोर

जालोर की लव खुश वाटिका…

हाइलाइट्स

  • कालाघाट में लवकुश वाटिका मार्च में तैयार होगी.
  • वाटिका में हिरण, नीलगाय, खरगोश और जंगली बिल्लियां दिखेंगी.
  • वाटिका में रोमांचकारी जिप लाइन और गेमिंग जोन भी होंगे.

जालोर:- जालोर का कालाघाट क्षेत्र जो कभी डाकुओं के खौफ का इलाका माना जाता था, जो अब वन विभाग की पहल से एक खूबसूरत और आधुनिक लवकुश वाटिका तैयार हो रही है. जालोर के झरनेश्वर महादेव मंदिर के पास 15 हेक्टेयर (60 बीघा) क्षेत्र में यह प्रोजेक्ट आकार ले रहा है. वाटिका को मार्च तक पर्यटकों के लिए खोलने की योजना है.

कभी डाकुओं का अड्डा, अब बनेगा पर्यटन का केंद्र
उपन्यासकार पुरुषोत्तम पोमलमल ने लोकल 18 को बताया कि कालाघाट का इतिहास बताता है कि यह इलाका काना और वेलिया नामक दो खूंखार डाकुओं का ठिकाना था. इन डाकुओं ने स्थानीय लोगों और सेठों में दशकों तक आतंक मचाया. लेकिन अब यह इलाका एक खूबसूरत पिकनिक पॉइंट और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो रहा है. वन विभाग के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट पर 1 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है. वाटिका में हिरण, नीलगाय, खरगोश और जंगली बिल्लियां भी दिखेंगी, जो प्रकृति प्रेमियों के लिए खास आकर्षण होंगी.

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भालू और गिलहरी का अद्भुत स्ट्रक्चर
वन अधिकारी भागीरथ सिंह ने Local 18 को बताया कि इस लवकुश वाटिका की क्या खासियत रहेगी. वाटिका के नाम पर भगवान राम के बेटों लव और कुश के रियल साइज मूर्तियां लगाई गई हैं. इनके पास भालू और गिलहरी का अद्भुत स्ट्रक्चर भी बनाया गया है. प्राकृतिक सेल्फी पॉइंट-‘आई लव नेचर’ लिखा, सेल्फी पॉइंट बनाया गया है, जिसके बैकग्राउंड में पहाड़ का दृश्य इसे आकर्षक बनाता है.

मुख्यद्वार पर लेपर्ड और हिरण के रियल साइज स्कल्पचर लगाए गए हैं. वाटिका के अन्य हिस्सों में जंगली बिल्ली समेत कई जानवरों के मूर्तियां पर्यटकों को जंगल जैसा अनुभव देंगी. बच्चों के लिए गेमिंग जोन और आराम करने के लिए टीलों पर तीन सीमेंटेड झोपड़ी जैसे गजीबो हट तैयार किए गए हैं. वन विभाग युवाओं के लिए रोमांचकारी जिप लाइन का निर्माण कर रहा है, जो इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा.

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