किसानों को खबर ही नहीं, इंदौर में हजारों क्विंटल गेहूं रिजेक्ट, खाते में नहीं पहुंचा पैसा, तब मचा हड़कंप


राहुल दवे/इंदौर: सरकारी एजेंसियों और समितियों को गेहूं बेचने के बाद किसान निश्चिंत हो गए कि उनके रुपए बैंक खातों में आए जाएंगे, लेकिन उन्हें मालूम ही नहीं कि जो गेहूं उन्होंने बेचा है, उसमें से हजारों क्विंटल गेहूं रिजेक्ट हो गया है. इधर, किसान बैंक खातों में रुपए आने का इंतजार कर रहे हैं. अभी तक तो यह भी तय नहीं हो पाया है कि किस किसान का कितना गेहूं रिजेक्ट किया गया है.

खाद्य एजेंसी ने माना अमानक
दरअसल, मप्र के इंदौर में 30 हजार क्विंटल से ज्यादा गेहूं सरकारी एजेंसी ने रिजेक्ट कर दिया है. सरकारी समिति ने इसकी खरीदी कर ली, लेकिन केंद्र सरकार की नोडल एजेंसी भारतीय खाद्य निगम ने इसे अमानक माना है. ऐसे में किसानों को किया जाने वाले लाखों रुपए का भुगतान फंस गया है.

साढ़े चार सौ से ज्यादा किसानों ने बेचा गेहूं
केंद्र सरकार द्वारा इंदौर और आसपास के किसानों से अनाज मंडी में खरीदी की जा रही है. इसके लिए अधिकृत देवी अहिल्या समिति अब तक 450 से ज्यादा किसानों का 30 हजार क्विंटल गेहूं खरीद चुकी है. यह माल गोदाम में भिजवाया गया है.

फेयर एवरेज क्वालिटी का नहीं
अब खबर है कि भारतीय खाद्य निगम ने मंडी में खरीदे गए गेहूं का निरीक्षण किया और फेयर एवरेज क्वालिटी का नहीं होने पर गेहूं रिजेक्ट कर दिया. किसानों को अभी पता नहीं चल पा रहा है कि किस-किस का माल रिजेक्ट हुआ है, किसका नहीं.

यहां पर भी रिजेक्ट किया गेहूं
इंदौर के अलावा जिले के देपालपुर और सांवेर की ऐसी छह सोसायटियों का 30 हजार क्विंटल गेहूं वापस कर दिया गया है. ऐसे में किसान अब भारी मुसीबत में पड़ गए हैं. बैंक खातों में रुपए नहीं आने पर वे गेहूं की जानकारी निकालने में जुटे हैं.

इसलिए खरीदी योग्य नहीं
फेयर एवरेज क्वालिटी के अनुसार, यदि किसी गेहूं सैंपल में 2 प्रतिशत से अधिक दाने काले पाए जाते हैं, तो उसे खरीदी योग्य नहीं माना जाता है.

कोहरे ने बिगाड़ा गेहूं
समिति मैनेजर व स्टाफ का कहना है कि मालवा में कोहरे के कारण सैकड़ों किसानों का गेहूं बिगड़ा है. इस कारण दाना काला पड़कर सिकुड़ गया है. साथ ही बड़ी तादाद में चमक विहीन हो गया है.

सोसायटियों को दोगुना नुकसान
डिप्टी रजिस्ट्रार सहकारिता मदन गजभिये ने बताया कि सभी सोसायटियों को नोटिस जारी किया है कि वह निम्न क्वालिटी का गेहूं न खरीदें. एफसीआई द्वारा उसे वापस कर दिया जाएगा, इससे सोसायटियों को दोगुना नुकसान उठाना पड़ेगा. ऐसा ही नोटिस सभी सोसायटियों को मध्य प्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ ने भी दिया है.

Tags: Indore news, Local18, Mp farmer, Wheat crop



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