‘किसी गॉडफादर की जरूरत नहीं’, साउथ एक्ट्रेसेज ने #MeToo के खिलाफ भरी हुंकार, AMMA को बता डाला ट्रैप


नई दिल्ली. 19 अगस्त को जस्टिस के हेमा कमिटी की रिपोर्ट आई थी जिसके बाद मलयालम फिल्म इंडस्ट्री का काला सच पूरी दुनिया के सामने उजागर हो गया. इस रिपोर्ट ने फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं पर होने वाले यौन शोषण से पर्दा उठाया जिससे तहलका मच गया. एक-एक करके कई एक्ट्रेसेज ने सामने आकर मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के कई दिग्गज एक्टर्स और डायरेक्टर्स पर यौन शोषण के संगीन आरोप लगाए.

27 अगस्त को इन आरोपों को मद्दे नजर रखते हुए AMMA कमिटी के प्रेसिडेंट मोहनलाल के साथ कमिटी के सभी सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया जिसके बाद AMMA पूरी तरह डिसॉल्व हो गई. इन सब घटनाओं के बीच साउथ की कई एक्ट्रेसेज ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में इस रिपोर्ट की बहुत जरूरत थी. इंडस्ट्री के काले सच से पर्दाफाश होने की जरूरत थी. हेमा कमिटी की रिपोर्ट सभी ऑफिसेज के लिए एक चेतावनी है.

एक्टिंग से पॉलिटिक्स की दुनिया में आईं एक्ट्रेस खुशबू सुंदर कहती हैं कि महिलाओं को समय पर आवाज उठानी चाहिए. राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व सदस्य रह चुकीं खुशबू सुंदर ने कहा, ‘हम इस रिपोर्ट का इंतजार क्यों कर रहे थे. सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री पर फोकस क्यों है? ऐसी घटनाएं हर इंडस्ट्री में होती हैं. हर जगह ऐसी चीजें होती हैं और इन चीजों को तभी रिपोर्ट करना चाहिए जब ये हो’.

कभी न करें समझौता
उन्होंने आगे कहा, अगर उस समय आप समझौता कर लेते हो, तो आप बाद में इस बारे में बात करने की पावर खो देते हो. आपके साथ जब ऐसा कुछ हो आपको तभी बोलना चाहिए. आपको काम न मिलने से डरना नहीं चाहिए. 20 साल बाद ये आरोप असरदार नहीं होते हैं’.

एक्ट्रेस माला पार्वती ने कहा कि अब समय आ गया है कि एक्ट्रेसेज इस बात को समझें कि उन्हें इंडस्ट्री में किसी ‘गॉडफादर’ की जरूरत नहीं है. वह कहती हैं कि महिलाओं को काम देकर लोग उनपर कोई एहसान नहीं करते हैं. गौरतलब है, अबतक मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के कुल 10 एक्टर्स और डायरेक्टर्स पर यौन शोषण के आरोप लग चुके हैं.

मलयाली एक्ट्रेस मीनू मुनीर ने एक्टर मुकेश, मणियापिल्ला राजू, ईडावेला बाबू, वी. एस. चन्द्रशेखरन और कास्टिंंग डायरेक्टर विचू पर यौन शोषण के आरोप लगाए. वहीं बंगाली एक्ट्रेस श्रीलेखा ने डायरेक्टर रंजीत पर यौन शोषण के आरोप लगाए. उन्होंने साल 2009 में हुई वारदात का सच बताया. एक्ट्रेस श्रीलेखा ने फिल्म के बदले हैरेसमेंट के आरोप लगाए थे.

AMMA को बताया झूठ का जाल
मीनू मुनीर ने AMMA ( एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स) के बारे में कहा, ‘AMMA का मतलब है मां जिसके साथ आपको सेफ और महफूज फील होना चाहिए, लेकिन ये सिर्फ एक धोखे का जाल है. यहां यंग एक्ट्रेसेज को काम का लालच देकर फंसाया जाता है. सभी सदस्यों के इस्तीफे से पता चलता है कि ये समस्या कितनी गहरी है’.

Tags: Entertainment news., South cinema



Source link

x