क्या ईरान ने इजरायल पर हमले के बारे में भारत को बताया था? ईरानी राजदूत इराज इलाही ने कहा…


नई दिल्ली. ईरानी राजदूत इराज इलाही ने कहा कि ईरान ने यात्री विमानों की सुरक्षा बनाए रखने के लिए कुछ पड़ोसी देशों को इजरायल पर 13 अप्रैल के हवाई हमले के बारे में पहले ही बता दिया था. ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि ‘हमले को अंजाम देने से पहले हमने यात्री विमानों की सुरक्षा बनाए रखने के कारण मिसाइलों के रास्ते में आने वाले पड़ोसी देशों को सूचना भेज दिया था.’ इलाही ने आगे बताया कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के विदेश मामलों के मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने इजरायल में ऑपरेशन के बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की थी.

‘हिंदुस्तान टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक इलाही ने कहा कि ‘ऑपरेशन के बाद इस्लामिक गणराज्य ईरान के विदेश मामलों के मंत्री ने भारत के विदेश मामलों के मंत्री जयशंकर के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और उन्हें ऑपरेशन के विवरण के बारे में जानकारी दी.’ गौरतलब है कि 13 अप्रैल की रात को ईरान ने अपना पहला हमला सीधे तौर पर इजरायल को निशाना बनाते हुए किया. इजरायल ने अपने सहयोगियों के समर्थन से ईरान से लॉन्च की गई 300 मिसाइलों और ड्रोनों में से अधिकांश को रोक दिया और कोई मौत नहीं हुई.

ईरान का हमला दमिश्क हमले का बदला
इजरायल पर ईरान का हमला 1 अप्रैल को सीरिया के दमिश्क में उसके वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के बदले में था. जिसमें दो जनरलों सहित ईरान के सात रिवोल्यूशनरी गार्ड मारे गए थे. बाद में 19 अप्रैल को शुक्रवार तड़के ईरानी शहर इस्फहान में विस्फोट की खबरें सामने आईं. अमेरिकी मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से कहा कि इजरायल ने जवाबी हमले किए हैं. इजरायली या ईरानी अधिकारियों की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई.

इजराइल-ईरान हमलों में भारत की भूमिका
ईरान के राजदूत इलाही ने कहा कि भारत इजरायली आक्रामकता को रोकने में सक्रिय भूमिका निभा सकता है. इजरायल ने पिछले सात महीनों में गाजा के लोगों के खिलाफ सभी तरह के अपराध किए हैं और गाजा में 35,000 से अधिक निर्दोष लोगों को मार डाला है. क्या ऐसे अपराध के सामने चुप रहना सही है? उन्होंने कहा कि ईरान-भारत संबंध भी अच्छी स्थिति में हैं और ईरान ऊर्जा सहित सभी क्षेत्रों में इन संबंधों को विकसित करने के लिए तैयार है.

Tags: Iran, Iran news, Israel, Israel air strikes



Source link

x