क्या शेख हसीना भारत में मनाएंगी अपना 77वां जन्मदिन? बांग्‍लादेश को लग सकती है मिर्ची, क्‍या करेंगे मोहम्‍मद यूनुस?


बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और अवामी लीग (एएल) की अध्यक्ष शेख हसीना बहुत जल्द ही अपना 77वां जन्मदिन मनाने जा रही हैं. पिछली बार शेख हसीना का जन्मदिवस पर पूरे बांग्लादेश में धूमधाम से मनाया गया था. अवामी लीग (एएल) के कार्यकर्ताओं ने देश के अलग-अलग हिस्सों में सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए थे. इन कार्यक्रमों के माध्यम से शेख हसीना के जीवन और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया था. लेकिन, इस बार हालात बदल गए हैं. अब शेख हसीना बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री नहीं रहीं. वह निर्वासित जीवन बिताने को मजबूर हैं.

आपको बता दें कि 28 सितंबर 1947 को शेख हसीना का जन्म हुआ था. शेख हसीना पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं. लेकिन, शायद इस बार वह न अपने बच्चों के साथ या फिर अपने देश में ही जन्मदिन मना पाएंगी. शेख हसीना के लिए हालात बदल गए हैं. हालांकि, पिछले साल भी शेख हसीना ने अपना 76वां जन्मदिन विदेश में ही मनाया था. तब वह संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिवेशन में  जेनेवा गईं थीं. लेकिन, इसके बावजूद देश में उनका जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया था.

शेख हसीना का जन्मदिन भारत में मनेगा?
बांग्लादेश की ताजा राजनीतिक हालात के कारण शेख हसीना देश से बाहर भारत में रह रही हैं. लेकिन, 28 सितंबर 2024 तक भारत में ही रहेंगी यह अभी तक तय नहीं है. लेकिन, इतना तो तय है कि शेख हसीना अपना जन्मदिन बांग्लादेश में नहीं मनाएंगी. बीते 5 अगस्त से शेख हसीना भारत में ही रह रही हैं. भारत में कहां रह रही हैं, इसके बारे में जानकारी अभी तक साफ नहीं है. लेकिन, जब बांग्लादेश से आईं थीं तो गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस के एक गेस्ट हाउस में कुछ दिनों तक रुकी थीं. इसके बाद से उनके बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है कि वह कहां रह रही हैं?

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शेख हसीना को लेकर भारत और बांग्‍लादेश के बीच भी तानातनी चल रही है. बांग्लादेश की मो युनूस सरकार ने भारत से शेख हसीना के प्रत्‍यर्पण की मांग कर दी है. जानकारों की मानें तो भारत भी बांग्‍लादेश की नई सरकार के साथ रिश्ते खराब नहीं करना चाहती है. ऐसे में शेख हसीना का 77वां जन्मदिन भारत में मनेगा या किसी अन्य देश में इस पर अभी संशय बना हुआ है.

दोनों बहनों का है ये पुराना इतिहास
हालांकि, पिछली बार जब शेख हसीना अपना 76वां जन्मदिन मनाई थीं तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विदेशी राष्ट्राध्यक्षों ने उन्हें शुभकामना संदेश भेजा था. लेकिन, इस बार शायद ही कोई देश से शुभकामना संदेश भेजेगा. इधर, शेख हसीना के बांग्लादेश से जाते ही उनके मंत्रिमंडल में शामिल पूर्व सहयोगियों को युनूस सरकार चुन-चुनकर जेल में डाल रही है. दो दिन पहले ही बांग्लादेश के पूर्व कपड़ा एवं जूट मंत्री गुलाम दस्तगीर गाजी को ढाका से गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया है. शेख हसीना पर भी हत्या सहित कई धाराओं में लगातार मुकदमा दर्ज किए जा रहे हैं.

आपको बता दें कि 15 अगस्त 1975 को बांग्लादेश के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले और उस समय के राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान और उनकी पत्नी बंगमाता शेख फजिलतुन नेसा समेत परिवार के ज्यादातर सदस्यों की हत्या कर दी गई थीं. देश से बाहर होने के कारण दो बहनें शेख हसीना और शेख रिहाना जिंदा बच गईं. बाद में दोनों ने भारत में शरण लिया और साल 1981 तक भारत में ही रहीं. इसके बाद शेख हसीना 17 मई 1981 को भारत से बांग्लादेश लौटीं थीं. शेख हसीना अपने पिता की हत्या के 21 वर्ष बाद 1996 के आम चुनावों में अवामी लीग का नेतृत्व किया और पहली बार प्रधानमंत्री बनीं.

Tags: Bangladesh news, Sheikh hasina



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