गुजरात: 15 दिन बाद कोमा से बाहर आया CM का बेटा, PM मोदी ने भी की थी ठीक होने की प्रार्थना – Gujarat CM bhupendra patel son Hinduja Hospital in Mumbai brain stroke ntc
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के इकलौते बेटे अनुज पटेल को 15 दिन तक कोमा में रहने के बाद होश आ गया है. मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती अनुज की तबीयत में सुधार देखने को मिल रहा है. अस्पताल ने अनुज का मेडिकल बुलेटिन भी जारी किया है. बुलेटिन के मुताबिक अनुज पटेल कोमा से बाहर आ गए हैं. वेंटिलेटर सिस्टम को भी फिलहाल हटा दिया गया है. हालांकि, उन्हें अभी ICU में ऑब्जर्वेशन पर रखा गया है.
बता दें कि सीएम के 38 साल के बेटे अनुज पटेल को 30 अप्रैल को ब्रेन स्ट्रोक आया था. इसके बाद उन्हें फौरन अस्पताल में शिफ्ट किया गया था. यहां उनका ऑपरेशन किया गया. हालांकि, तबियत में सुधार ना होने के कारण उन्हें एयर एम्बुलेंस के जरिए मुबई के हिन्दुजा अस्पताल ले जाया गया था. यहां पिछले 15 दिनों से अनुज कोमा में थे. उन्हे वेंटिलेटर पर रखा गया था.
डॉक्टर ने दी थी मुंबई ले जाने की सलाह
अनुज की तबियत में सुधार के बाद मुख्यमंत्री और उनके परिवार ने राहत की सांस ली है. बता दें कि खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर अनुज की तबियत में जल्द सुधार होने के लिए प्रार्थना की थी. दरअसल, हिंदुजा अस्पताल के डॉ. मिश्रा ने अहमदाबाद में भर्ती अनुज का मेडिकल चेकअप कराया था, इसके बाद उन्हें मुंबई में भर्ती करवाने की सलाह दी थी.
अस्पताल देखने पहुंचे थे कई नेता
ब्रेन स्ट्रोक आने के फौरन बाद भूपेंद्र पटेल के बेटे अनुज को दोपहर 2:45 बजे अहमदाबाद के केडी अस्पताल में ले जाया गया था. हॉस्पिटल की तरफ से जारी बुलेटिन में कहा गया था कि ब्रेन स्ट्रोक से पीड़ित होने के बाद उनका ऑपरेशन किया गया. अहमदाबाद में अनुज के भर्ती होने होने पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल, राज्यपाल आचार्य देवव्रत और परिमल नथवानी अनुज का हालचाल जानने अस्पताल पहुंचे थे. उधर, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल अगले दिन जामनगर में होने वाले गुजरात गौरव दिवस समारोह के विभिन्न कार्यक्रमों में नहीं हो पाए थे.
कोमा से बाहर आते ही खोला राज
ऐसा ही एक मामला पंजाब के मोगा में जनवरी की शुरूआत में सामने आया था. यहां 16 महीने बाद कोमा से बाहर आए एक शख्स ने अपनी पत्नी की साजिश का वाला राज खोला था. जानलेवा हमले में गंभीर रूप से हुए पति ने बताया था कि उसकी पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसकी हत्या की कोशिश की थी.
पुलिस ने पत्नी के खिलाफ दर्ज किया केस
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने पत्नी और उसके प्रेमी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था. घटना गांव मैहना की थी, यहां रहने वाले रवि सिंह ने अपनी पत्नी रिम्पी कौर और उसके प्रेमी पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया था. रवि ने बताया था कि 10 दिसंबर, 2021 को वह मोटरसाइकिल पर बिजली घर डाला के नजदीक से होते हुए घर जा रहा था. रास्ते में दीप सिंह व बहादुर सिंह एक मोटरसाइकिल पर आए. दोनों ने उसे रोका और मारपीट की थी.
लोहे की रॉड मारकर किया था बेहोश
रवि ने बताया था कि इसके बाद दोनों आरोपी उसे अपनी मोटरसाइकिल बैठाकर बिलासपुर में एक बंद पड़े पेट्रोल पंप पर ले गए. मोटरसाइकिल से उतरने के बाद एक ने उसकी दोनों बाजुओं को पकड़ा और पत्नी के प्रेमी बहादुर सिंह ने उसके सर पर लोहे की रॉड मारकर बेहोश कर दिया. बेहोश होने के बाद आरोपी उसे सड़क हादसे में घायल होने की बात बताकर परिजनों को इसकी सूचना दी.
परिवार मान रहा था, हादसे में घायल हुआ
घायल रवि सिंह के परिजनों ने उसे इलाज के लिए मोगा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. रवि की हालत गंभीर होने के चलते उसे ओसवाल अस्पताल रेफर कर दिया. गंभीर चोटों के चलते रवि कोमा में चला गया. परिजन यही मानकर चल रहे थे कि उनका बेटा सड़क हादसे में घायल हुआ है.लगभग डेढ़ साल बाद जब रवि सिंह कोमा से बाहर आया तो उसने अपनी पत्नी रिम्पी कौर के सारे राज खोलकर सबके सामने रख दिए. रवि ने बताया कि उसकी पत्नी के बरनाला जिले के रहने वाले बहादुर सिंह के साथ अवैध संबंध थे, जिसका वह विरोध कर रहा था.