गुरुग्राम: जी टावर में रहने वालों को 15 दिन में फ्लैट खाली करने का निर्देश, 35 परिवारों की बढ़ी मुश्किलें



3073513 CON Screenshot 2023 06 14 21 46 08 90 6012fa4d4ddec268fc5c7112cbb265e7 गुरुग्राम: जी टावर में रहने वालों को 15 दिन में फ्लैट खाली करने का निर्देश, 35 परिवारों की बढ़ी मुश्किलें

गुरुग्राम. गुरुग्राम की चिंटल पाराडिसो सोसायटी निवासियों की परेशानियां एक बार फिर बढ़ गई हैं. अब सोसाइटी के जी टावर को रहने के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया है, जिसके बाद उपायुक्त ने धारा 144 लगाते हुए जी टावर को 15 दिन के भीतर खाली कराने के आदेश जारी किए है. साइबर सिटी गुरुग्राम के सेक्टर 109 स्थित चिंटल पाराडिसो सोसाइटी के डी टावर में साल 2022 के फरवरी महीने में एक हादसा हुआ जिसमें दो लोगों की मौत हो गई. इसके बाद लगातार सोसाइटी के निवासियों के द्वारा सोसाइटी के अन्य टावरों की स्ट्रक्चर जांच कराने की मांगी गई और जिला प्रशासन ने सोसाइटी के टावरों की स्ट्रक्चर जांच कराई.

यह जांच आईआईटी दिल्ली की टीम ने की. रिपोर्ट में सामने आया कि सोसाइटी के कई टावर रहने के लिए असुरक्षित हैं. आईआईटी दिल्ली की टीम ने पहले टावर को रहने के लिए असुरक्षित घोषित किया था जिसके बाद अब आईआईटी दिल्ली किए को रिपोर्ट सामने आई थी उसमें सोसाइटी के जी टावर को भी रहने के लिए अब सरक्षित घोषित कर दिया गया है, जिसके बाद जिला प्रशासन ने धारा 144 लगाते हुए जी टावर को भी 15 दिन के अंदर खाली करने के आदेश जारी कर दिए. वहीं उपायुक्त की मानें तो आईआईटी दिल्ली की टीम की रिपोर्ट के बाद ही यह फैसला लिया गया है.

सोसाइटी निवासियों ने उपायुक्त द्वारा जारी किए आदेश पर नाराजगी जताई है, साथ ही उन्होंने कहा कि बिल्डर के द्वारा जो रिफंड दिया जा रहा है वह बहुत ही कम दाम पर हैं. आज के मार्केट रेट उससे कई गुना ज्यादा हैं, जिससे लोगों के लिए यहां से शिफ्ट होना एक बड़ी समस्या बन गया है क्योंकि लोगों ने अपनी जीवन पूंजी यहां पर लगा दी लेकिन अब बिल्डर के द्वारा जो रुपए दिए जा रहे हैं उससे कहीं और फ्लैट लेना मुश्किल हो रहा है.

ई और एफ टॉवर में कुल अब 6 या 7 परिवार ही रह रहे हैं और वो भी अब फ्लैट खाली करके कहीं और अपना आशियाना तलाशने में जुट गए हैं. सोसाइटी निवासियों का मानना है कि अब एक तरफ कुआं है तो दूसरी तरफ खाई. अगर फ्लैट खाली नहीं किया तो प्रशासन फ्लैट ऑनर्स पर कार्रवाई करने की बात रहा है तो वहीं बिल्डर ना तो फ्लैट की सही कीमत देने को तैयार है और ना ही किराये पर मकान उपलब्ध करवाने के लिए राजी, ऐसे में देखना होगा कि फ्लैट ऑनर्स कैसे इस मुसीबत से छुटकारा पाते है और कब उन्हें नया आशियाना मिल पाता है.

Tags: Gurugram news, Haryana news



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