चंदा ओ चंदा! समझिए एलन मस्क की इस फोटो ने कैसे चुराई ब्रिटेन की निंदिया
नई दिल्ली/वॉशिंगटन/लंदन:
अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क (Elon Musk) अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों के बाद अब ब्रिटेन की राजनीति में भी दखल देने की तैयारी में हैं. मस्क का मानना है कि अमेरिका की तरह अब ब्रिटेन को भी रिफ़ॉर्म्स की ज़रूरत है. इसके लिए वो ‘Reform UK’ नाम की राजनीतिक पार्टी की बढ़चढ़कर मदद करने को भी राजी हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के कैंपेनिंग के लिए एलन मस्क ने 25 करोड़ डॉलर की मदद दी थी. ब्रिटेन में नाइजेल फराज की Reform UK पार्टी को उन्होंने इससे भी दोगुनी रकम देने की पेशकश की है. बेशक एलन मस्क के इस कदम को लेकर कानूनी अड़चनें हैं, लेकिन उनके चंदे की पेशकश से ब्रिटेन की नींद उड़ी हुई है.
आइए समझते हैं आखिर एलन मस्क ब्रिटेन की पॉलिटिक्स में इतनी दिलचस्पी क्यों ले रहे हैं? Reform UK को वो सपोर्ट क्यों कर रहे? अगर मस्क डोनेशन देने में कामयाब हुए, तो इसका ब्रिटेन की राजनीति पर क्या असर पड़ेगा:-
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कहां से हुई शुरुआत?
दरअसल, इस चंदे की कहानी की शुरुआत फ्लोरिडा में हुई एक मीटिंग से हुई. यहां डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पॉश रिसॉर्ट मारे-ए-लागो एस्टेट में मस्क और अमेजॉन के जेफ बेजोस के साथ मीटिंग की थी. इस मीटिंग में ब्रिटेन के Reform UK के नेता नाइजेल फराज भी मौजूद थे. दावा किया जा रहा है कि इस रिसॉर्ट में मस्क और नाइजेल के बीच इलेक्शन में कथित डोनेशन को लेकर चर्चा हुई थी.
मस्क ब्रिटेन की पॉलिटिक्स में इतनी दिलचस्पी क्यों ले रहे हैं?
एलन मस्क ब्रिटेन की पॉलिटिक्स में दिलचस्पी लेने के पीछे कई कारण हो सकते हैं. मस्क ने रिफॉर्म यूके के लिए अरबों का निवेश करने की घोषणा की है, जो मस्क की राजनीतिक दिलचस्पी को दर्शाता है. ये उनके ग्लोबल इंपैक्ट को बढ़ाने की उनकी रणनीति का हिस्सा है.
एलन मस्क की दिलचस्पी ब्रिटेन की पॉलिटिक्स में उनके व्यावसायिक हितों से भी जुड़ी हो सकती है. उनकी कंपनी टेस्ला और स्पेसएक्स दोनों ही ब्रिटेन में अहम प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं. लिहाजा मस्क के लिए ब्रिटेन की पॉलिटिक्स में दिलचस्पी लेना उनके व्यावसायिक हितों की रक्षा और उनके बिजनेस को बढ़ावा देने का एक तरीका हो सकता है.
Reform UK को वो सपोर्ट क्यों कर रहे?
एलन मस्क Reform UK को सपोर्ट कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि नाइजेल फराज एक महत्वपूर्ण राजनीतिक ताकत के रूप में उभर सकते हैं, जिससे उनका फायदा हो सकता है. मस्क की विचारधारा नाइजेल फराज से मेल खाती है. दोनों ही शरणार्थियों के सख्त विरोधी हैं. पश्चिम को उसकी पुरानी शक्ल वापस देना चाहते हैं. मस्क ब्रिटेन के प्रधानमंत्री स्टार्मर के कड़े आलोचक हैं. मस्क का समर्थन रिफॉर्म यूके के लिए एक बड़ा गेम चेंजर साबित हो सकता है.
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Reform UK को कितना डोनेशन देना चाहते हैं मस्क?
टाइम्स ऑफ लंदन के मुताबिक, एलन मस्क रिफॉर्म यूके को 100 मिलियन डॉलर (10 करोड़ डॉलर) तक दान दे सकते हैं. ब्रिटेन के इतिहास का ये सबसे बड़ा राजनीतिक चंदा होगा. इससे पहले 2023 में लॉर्ड सेंसबरी ने कंजरवेटिव पार्टी को 1 करोड़ पाउंड का चंदा दिया था.
कब हुआ रिफॉर्म यूके का गठन?
Reform UK का गठन 2021 में हुआ. ये ब्रिटेन के छोटे-मोटे दक्षिणपंथी दलों में से एक है. जिनकी चुनावी कामयाबी तो सीमित ही रहती है लेकिन राजनीति पर असर अच्छा खासा रहता है.
क्या चंदा देना इतना आसान होगा?
ब्रिटेन में पॉलिटिकल डोनेशन इतना आसान नहीं है. कोई अमेरिकी इस तरह से ब्रिटेन के राजनीतिक दलों को चंदा नहीं दे सकता है. दूसरी तरफ ब्रिटेन में चुनाव खर्च को लेकर कड़े नियम हैं. हालांकि, वहां राजनीतिक कितना भी चंदा ले सकते हैं. बशर्ते दान देने वाले ब्रिटेन के हो या ब्रिटेन में रजिस्टर्ड कंपनियां हों.
ऐसे में एलन मस्क कैसे देंगे डोनेशन?
एलन मस्क के पास इसका रास्ता है. उनकी कंपनी X (पहले ट्विटर) का ब्रिटेन में ब्रांच है. Twitter UK लिमिटेड का रिजस्टर्ड एड्रेस लंदन ही है. यानी वो इस कंपनी के जरिए डोनेशन दे सकते हैं. कहा तो ये भी जा रहा है कि मस्क चंदा देने के लिए यूके के नागरिक बनने को भी तैयार हैं.
हालांकि, राजनीतिक चंदे पर नज़र रखने वाले संगठनों ने इसका विरोध शुरू भी कर दिया है. उनका कहना है कि कुछ खामियों का लाभ उठाकर ये यूके की राजनीति में दखल देने की साजिश है. लेकिन, एलन मस्क का इतिहास कहता है कि वो लड़कर अपनी बात मनवाने के आदी हैं. ऐसे में देखना होगा कि क्या मस्क अमेरिका के बाद ब्रिटेन में भी कामयाब होंगे.
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