चाहे आग लगे या बम फटे, ATM में हमेशा सुरक्षित रहते हैं पैसे, जानिए ऐसा क्या है खास
शाश्वत सिंह/झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी में कुछ दिन पहले पंजाब नेशनल बैंक के एक एटीएम में आग लग गई थी. आग इतनी भीषण थी कि पूरी बिल्डिंग जलकर खाक हो गई. आग देखकर हर कोई यही कह रहा था कि एटीएम और उसमें रखा पैसा जलकर राख हो गया होगा. हालांकि, बाद में पता चला कि एटीएम में रखे 19 लाख रुपए पूरी तरह सुरक्षित थे. इसके बाद मन में सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर एटीएम में ऐसी कौन सा खास फीचर होता है, जिससे एटीएम तो जल गया, लेकिन उसमें रखा पैसा पूरी तरह से सुरक्षित रहा.
हमेशा सुरक्षित रहता है पैसा
पंजाब नेशनल बैंक के झांसी सर्किल के प्रमुख राजीव बंसल ने बताया कि एटीएम में रखा पैसा सुरक्षित रहे इसके लिए अधिकतर बैंक ने अपने एटीएम को ग्राउंडेड कर दिया है. मतलब यह है कि एटीएम को जमीन से ही जोड़ दिया गया है. जिस बॉक्स में पैसा रखा जाता है वह भी काफी नीचे होता है. दूसरा जिस बॉक्स में पैसा रखा जाता है वह बॉक्स इतने मजबूत लोहे से बनाया जाता है की उसे जलाना और काटना दोनों ही मुश्किल है. वह इतना मजबूत होता है कि बम फट जाए तब भी उस बॉक्स को कोई नुकसान नहीं होता.
ग्राहक ना हो परेशान
राजीव बंसल ने एटीएम से जुड़ी कुछ अन्य जानकारियां भी दी. उन्होंने कहा कि कई बार ऐसी स्थिति आती है, जहां लोग कहते हैं कि पैसे एटीएम में फंस गए हैं. इस स्थिति में ग्राहक को घबराना नहीं चाहिए. एटीएम मशीन के अंदर एक खास प्रकार की चिप लगी होती है. इसमें सभी डाटा का रिकॉर्ड होता है. अगर आपके खाते से पैसे कट गए हैं लेकिन, पैसा निकला नहीं है तो थोड़ी देर में वह पैसा खुद आपके खाते में क्रेडिट कर दिया जाएगा.
एटीएम कार्ड का रखें खास ध्यान
राजीव बंसल ने कहा कि कई बार लोग अपने एटीएम कार्ड को बहुत बेतरतीब तरीके से रखते हैं. इस वजह से एटीएम कार्ड की ऊपरी सतह खराब हो जाती है. कई बार उस पर लगी चिप भी घिस जाती है. ऐसी स्थिति में एटीएम मशीन कार्ड को स्वीकार नहीं करता है. इसलिए अपने कार्ड को काफी संभालकर रखना चाहिए.
कटे नोट के लिए बैंक में जाएं
एटीएम मशीन द्वारा पैसा जमा करते समय नोट को रिजेक्ट कर देने की स्थिति में उन्होंने कहा कि अभी तक कटे-फटे नोट सिर्फ बैंक में ही जमा किए जा सकते हैं. मशीन में यह सुविधा नहीं है. कटे फटे नोट के लिए आपको बैंक की ब्रांच में ही जाना होगा. संभव है कि भविष्य में ऐसी मशीन आ जाए.
FIRST PUBLISHED : May 18, 2024, 19:01 IST