‘जेल का जवाब वोट से देंगे’, AAP के गाने पर चली EC की कैंची, बौखलाई आतिशी ने बोला BJP पर हमला


नई दिल्ली. चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी (आप) को अपने लोकसभा चुनाव अभियान गीत की सामग्री में बदलाव करने का आदेश दिया है. चुनाव आयोग ने कहा कि गाने में एक नारे में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का बार-बार उल्लेख करना न्यायपालिका पर संदेह पैदा करता है. जो उसके दिशानिर्देशों और विज्ञापन संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन है. चुनाव आयोग ने दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी से जरूरी बदलाव करने के बाद प्रमाणन के लिए चुनाव गीत को फिर से जमा करने को कहा है.

चुनाव आयोग ने कहा कि वाक्य ‘जेल के जवाब में हम वोट देंगे’ में एक आक्रामक भीड़ को अरविंद केजरीवाल की तस्वीर के साथ सलाखों के पीछे दिखाया गया है, जो ‘न्यायपालिका पर संदेह पैदा करता है.’ इसके अलावा उस वाक्य को विज्ञापन में कई बार दिखाया गया है, जो केबल टेलीविजन नेटवर्क नियम, 1994 के तहत निर्धारित ईसीआई दिशानिर्देशों और कार्यक्रम और विज्ञापन कोड के नियम 6 (1 (जी) के प्रावधानों का उल्लंघन करता है. चुनाव आयोग ने कुछ वाक्यांशों की सूची बनाई है, जिन्हें उसने कोड के उल्लंघन में पाया है.

चुनाव आयोग ने कहा कि क्लिप के साथ वाक्यांश ‘तानाशाही पार्टी को हम चोट देंगे’ में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प (00:21 से 00:23 तक चल रही है) दिखाई दे रही है. जो साफ रूप से हिंसा भड़काती है. साथ ही ‘गुंडा गर्दी के खिलाफ वोट देंगे और तानाशाही करने वाली पार्टी को हम चोट देंगे’ वाक्यांश 00:27 से 00:32 सेकेंड तक चल रहा है. जिसमें क्लिप में मनीष सिसौदिया को पुलिस द्वारा ले जाते हुए दिखाया गया है. ये शब्द और क्लिप इस प्रकार हैं, जिससे पुलिस की खराब छवि पेश होती है और यह पुलिस के कामकाज पर संदेह पैदा करता है.

गौरतलब है कि मार्च में दिल्ली शराब नीति मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था. आम आदमी पार्टी का दावा है कि उन्हें जेल में इसलिए डाल दिया गया क्योंकि भाजपा नहीं चाहती थी कि वह मौजूदा लोकसभा चुनाव में प्रचार करें. हालांकि इस महीने की शुरुआत में दिल्ली हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी को बरकरार रखा था. वहीं आप नेता आतिशी ने दावा किया कि चुनाव आयोग ने आप के प्रचार गीत पर प्रतिबंध लगा दिया है. उन्होंने कहा कि ‘यह कार्रवाई भाजपा का एक राजनीतिक हथकंडा है.’

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