झारखंड के इस जिले का राजभोग बिहार और छत्तीसगढ़ तक है फेमस, अधिकारी भी ले जाते है अपने घर



3361891 HYP 0 FEATUREPicsart 23 08 18 13 13 09 648 झारखंड के इस जिले का राजभोग बिहार और छत्तीसगढ़ तक है फेमस, अधिकारी भी ले जाते है अपने घर

शशिकांत ओझा/पलामू. जिले के नवाबाजर प्रखंड अंतर्गत बाना होटल के नाम से प्रसिद्ध सूरज सवेरा स्वीट के पेड़ा से ज्यादा राजभोग और खिरमोहन फेमस है. बता दें की इस दुकान में पिछले दो वर्षों से राजभोग और खिरमोहन मिठाई बनाई जाती है. हर दिन 1.5 क्विंटल दूध से मिठाई बनाई जाती है. हर दिन इस दुकान से 500 से 700 पीस मिठाई बनाई जाती है. जिला मुख्यालय से 22 किलोमीटर की दूरी पर एनएच 139 के किनारे औरंगाबाद रोड में स्थित है.

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ऐसे बनाई जाती है यह मिठाई

इस दुकान की खासियत बताते है कारीगर कारू जो की डाल्टनगंज के रहने वाले है. पिछले दो वर्षों से यहां मिठाई बना रहे है. उन्होंने बताया की मिठाई को पूरी तरह शुद्धता के साथ बनाया जाता है. राजभोग बनाने के लिए सबसे पहले दूध से छेना तैयार किया जाता है. इसके बाद उसे अच्छी तरह मला जाता है. इसके बाद 5 किलो पनीर में सूजी 100 ग्राम, 20 ग्राम इलाइची, 100 ग्राम चीनी इसके साथ केसरिया रंग मिलाया जाता है. इसके बाद उसे अच्छे से मिक्स किया जाता है.

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15 मिनट मिक्स करने के बाद खोआ मिलाकर गोला आकर दिया जाता है. जिसके बाद चीनी के तैयार चासनी में 15 से 20 मिनट तक छोड़ दिया जाता है. राजभोग तैयार हो जाता है. वहीं पेड़ा बनाने के लिए हर दिन 25 किलो दूध घाटा जाता है. जिसमे 100 ग्राम पर एक किलो चीनी मिलाकर 2 घंटे तक घांटा जाता है. जिसके बाद पेड़ा तैयार हो जाता है.

तीसरा मिठाई खिरमोहन बनाने के लिए एक बार में 9 किलो छेना को छानकर बिना कुछ मिलाए आकर दिया जाता है. इसके बाद 5 केजी गुड़ का सिरा तैयार कर खिरमोहान को डाल दिया जाता है. जिसके बाद 2.5 घंटे तक छोड़ दिया जाता है. गुड़ के सिरे से ही खिरमोहन का रंग तैयार होता है.

जिले के अधिकारी भी ले जाते है मिठाई

दुकान संचालक सूरज कुमार ने लोकल 18 को बताया की ये दुकान मेरे पिता जी महेंद्र कुमार साल 2000 में खोले हुए थे. शुरुआत से यहां निमकि, पेड़ा, चाय, बलुसाही और नाश्ता मिलता था. पिछले दो वर्षों से ये मिठाई बनाई जा रही है. इस दुकान का सबसे फेमस मिठाई राजभोग है. जिसे जिले के अधिकारी भी अपने घर ले जाते है. वहीं बिहार और छत्तीसगढ़ के लोग मिठाई यहां से ले जाते है. हर दिन 25 से 30 केजी पनीर एक मिठाई बनाने में प्रयोग होता है. इसके लिए हर दिन बगल के गांव पथरिया से ताजा 1.5 क्विंटल दूध मंगाया जाता है. यह दुकान सुबह 5 बजे खुल जाता है और रात के 10 बजे तक खुला रहता है.

इस रेट से मिलते है मिठाई

दुकान संचालक ने बताया की यहां पेड़ा 480 रुपए किलो और 10 रुपए पीस के हिसाब से मिलता है.वहीं राजभोग मिठाई 20 रुपए पीस और 360 रुपए किलो मिलता है. खिरमोहान 20 रुपए पीस 360 रुपए किलो रुपए के हिसाब से मिलता है.वहीं समोसा 15 रुपए जोड़ा मिलता है. और चाट बना कर 25 रुपया प्लेट दिया जाता है. दुकान में छोटा चाय 7 रुपया और बड़ा चाय 10 रुपए पीस मिलता है.

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