ट्रूडो की पोल खोल रहे उनके अपने ही लोग, बता दिया क्यों दे रहे हैं निज्जर हत्याकांड को हवा


नई दिल्ली: भारत को लेकर इन दिनों कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो खफा हैं. कई आरोप लगाने के बाद दोनों देश के बीच के रिश्ते बेपटरी हो चुके हैं. हालांकि कई एक्सपर्ट का मानना है कि वह अपने देश में खुद की घटती लोकप्रियता के कारण ऐसा कदम उठा रहे हैं. वहीं कनाडा के विपक्षी नेता भी उन्हें लगातार घेर रहे हैं. अब कनाडा के एक विपक्षी नेता ने प्रधानमंत्री ट्रूडो पर अन्य विवादों से ध्यान हटाने के लिए हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. साथ ही सरकार से पिछली प्रशासनिक गलती को सुधारने के लिए खालिस्तानी आतंकवादी की नागरिकता मरणोपरांत छीन लेने को कहा है.

न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार पीपुल्स पार्टी ऑफ कनाडा के नेता मैक्सिम बर्नियर ने कहा कि खालिस्तानी आतंकवादी, जो पूरे विवाद का केंद्रीय व्यक्ति है, एक विदेशी आतंकवादी था, जिसे किसी तरह 2007 में नागरिकता प्रदान कर दी गई थी. बता दें कि रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) ने सोमवार को कहा कि उसने जून 2023 में निज्जर की हत्या में भारत के उच्चायुक्त और पांच अन्य राजनयिकों की पहचान की है. RCMP ने यह भी कहा कि उन्हें भारत सरकार के एजेंटों द्वारा कनाडाई लोगों के खिलाफ़ तेज़ अभियान के सबूत मिले हैं.

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निज्जर एक विदेशी आतंकवादी- कनाडा के विपक्षी नेता
वहीं बर्नियर ने कहा कि अगर यह सच है, तो RCMP और लिबरल सरकार द्वारा लगाए गए आरोप कि भारतीय राजनयिकों ने हमारे क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों में भाग लिया, बहुत गंभीर हैं और इनसे निपटा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, “हालांकि, अभी तक हमें कोई सबूत नहीं दिया गया है. और ट्रूडो स्पष्ट रूप से इस संकट का उपयोग अन्य विवादों से ध्यान हटाने के लिए कर रहे हैं.” बर्नियर ने आगे कहा कि निज्जर एक विदेशी आतंकवादी था, जिसने कई बार कनाडा में शरण लेने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया.

उन्होंने आगे कहा “हालांकि इस मिथक को दूर किया जाना चाहिए: इस विवाद का मुख्य पात्र, हरदीप सिंह निज्जर, खालिस्तानी आतंकवादी जिसकी पिछले साल हत्या कर दी गई थी, क्या एक कनाडाई था. वह वास्तव में एक विदेशी आतंकवादी था, जिसने 1997 से कई बार कनाडा में शरण लेने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था. उसके दावों को खारिज कर दिया गया था, लेकिन फिर भी उसे इस देश में रहने की अनुमति दी गई और किसी तरह 2007 में उसे नागरिकता प्रदान कर दी गई.”

बर्नियर ने ट्रूडो पर खूब किए वार
उन्होंने आगे कहा, “निज्जर कनाडाई नहीं था. इस प्रशासनिक गलती को सुधारने के लिए कनाडा को शायद मरणोपरांत उसकी नागरिकता छीन लेनी चाहिए.” बर्नियर ने कहा कि उसे अपने पहले फर्जी शरण दावे के बाद निर्वासित कर दिया जाना चाहिए था, जैसे कि सैकड़ों हज़ारों फर्जी शरण दावेदार अभी कनाडा में हैं.”

गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर में प्रधानमंत्री ट्रूडो द्वारा निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की “संभावित” संलिप्तता के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंधों में गंभीर तनाव आ गया था. निज्जर की ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. नई दिल्ली ने ट्रूडो के आरोपों को “बेतुका” बताकर खारिज कर दिया था.

Tags: Canada News, Justin Trudeau



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