दिन भर थाने में बिठाया फिर वापस भेज दिया, कपल ने क्या किया ऐसा कि घर में है नो एंट्री – News18 हिंदी


अनिरुद्ध कुमार/अरवल. जिले के मेहंदिया थाना क्षेत्र के मधुश्रवा मठिया गांव में एक प्रेमी जोड़ा पेड़ के नीचे आश्रय लेने पर मजबूर हो गया है. प्रेमी जोड़ा के साथ-साथ उसके माता-पिता भी ठंड में पेड़ के नीचे जिंदगी गुजारने पर मजबूर हैं. लड़की के रिश्तेदारों के द्वारा मारपीट की जा रही है, जिसके बाद से ही दोनों प्रेमी जोड़ा अपने माता-पिता को लेकर कभी पुलिस तो कभी समाज के बीच दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं. मेहंदिया थाने में न्याय के लिए प्रेमी जोड़ा ने गुहार लगाई, लेकिन पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. सुरक्षा देने के बजाय पुलिस उन्हें दिनभर थाने में बिठाए रखी और शाम को वापस घर भेज दिया. डर की वजह से घर नहीं गए और पेड़ के नीचे ही रहने को विवश हो गए.

प्रेमी मनोज कुमार ने बताया कि अपनी प्रेमिका गुड़िया कुमारी के साथ उसने प्यार किया और साथ जीने मरने की कसमें खाईं. दोनों प्रेमी जोड़ों ने अग्नि को साक्षी मानकर भगवान के सामने एक दूसरे से विवाह रचाया. शादी करने के बाद दोनों कुछ दिन अपने रिश्तेदार के घर रहे. कुछ दिनों के बाद अपने पैतृक गांव पहुंचे तो लड़की के रिश्तेदारों ने गांव में घुसने से मना किया और मारपीट की.

प्रेमिका गुड़िया कुमारी ने बताया कि दोनों एक दूसरे से बेइंतेहा मोहब्बत करते हैं. दोनों ने दहेज मुक्त शादी करने का फैसला किया और न्यायालय में जाकर शादी रचा ली. शादी के बाद अब रिश्तेदार लोग घर में रहने नहीं दे रहे हैं. गुड़िया का आरोप है कि उसके सास और ससुर से मारपीट की जा रही है. गुड़िया ने कहा कि हम दोनों को गांव से बाहर निकाला जा रहा है, जबकि हम दोनों का पैतृक गांव मधुश्रवा है. इस गांव को छोड़कर हम लोग कहां जा सकते हैं.

वहीं, लड़के के मां सावित्री देवी ने बताया कि हम लोग मेहंदिया थाने में सुबह से न्याय के लिए बैठे हुए थे, लेकिन थाने के लोगों ने मामला दर्ज नहीं किया और महिला थाने जाने को कहा गया. डर से गांव में नहीं जा रहे हैं ठंड के मौसम में पेड़ के नीचे बैठे हुए हैं. ना तो पुलिस प्रशासन सुन रही है और ना ही समाज के लोग साथ दे रहे हैं.



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