दूरबीन लगा AK-47, 300 गज की दूरी और फिर… सामने खड़ी थी मौत, फिर कैसे बच गए डोनाल्ड ट्रंप


नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर हत्या की कोशिश से बच गए हैं. अमेरिका में एक बार फिर डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश हुई है. जब वह फ्लोरिडा स्थित अपने इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स में गोल्फ खेल रहे थे, तभी हमलावर ने उन्हें टारगेट करके गोली चलाई. हालांकि, इस गोलीबारी में डोनाल्ड ट्रंप बच गए और उन्हें इस फायरिंग में जरा भी नुकसान नहीं हुआ. दिलचस्प है कि हमलावर ने दूरबीन से लैस एके47 रायफल से डोनाल्ड ट्रंप को टारगेट किया था. यह गोल्फ कोर्स वह जगह है, जहां डोनाल्ड ट्रंप सुबह में अक्सर गोल्फ खेलते हैं और दोपहर का लंच भी यहीं करते हैं. डोनाल्ड ट्रंप को दूसरी बार मारने की कोशिश हुई है. इससे पहले जुलाई महीने में पेंसिलवेनिया रैली के दौरान हत्या का प्रयास हुआ था. उस हमले में वह घायल हुए थे.

हत्या के दूसरे प्रयास के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने अपनी वेबसाइट पर मैसेज में लिखा, ‘डरो मत! मैं सुरक्षित हूं, मैं बिल्कुल ठीक हूं और कोई भी घायल नहीं हुआ है. भगवान का शुक्र है! ट्रंप ने एक और मैसेज में लिखा, ‘मेरे आस-पास गोलियां चलीं, लेकिन अफवाहें बेकाबू होकर फैलने लगती हैं. मैं चाहता था कि आप यह बात सबसे पहले मुझसे सुनें: मैं सुरक्षित हूं और बिल्कुल ठीक हूं.’ उन्होंने कहा कि मुझे कोई नहीं रोक सकता. मैं कभी हार नहीं मानूंगा. मेरा साथ देने के लिए मैं हमेशा आपसे प्यार करता रहूंगा.’ डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि उन्हें टारगेट करके गोली चलाई गई.

सामने खड़ी थी मौत, कैसे बच गए ट्रंप?
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर दो महीने के भीतर यह दूसरी बार हमला हुआ है. हत्या का यह दूसरा प्रयास उस वक्त हुआ, जब डोनाल्ड ट्रंप फ्लोरिडा के वेस्ट पाम बीच में अपने गोल्फ कोर्स में गोल्फ खेल रहे थे. गोल्फ कोर्स खेलने के दौरान ही गोलाबारी हुई. हालांकि, सीक्रेट सर्विस के एजेंटों ने घटना के तुरंत बाद आरोपी हमलावर को गिरफ्तार कर लिया. जब गोल्फ कोर्स में ट्रंप गोल्फ खेल रहे थे, तब उनसे महज 300 से 500 गज की दूरी पर मौत बनकर वह शख्स खड़ा था. वह दूरबीन लगे एके47 से लैस था और झाड़ियों में छिपा था. उसने दूरबीन के साथ एके-47 रायफल तान रखी थी. उसके टारगेट पर डोनाल्ड ट्रंप ही थे. मगर सीक्रेट सर्विस के एजेंटों की हमलावर पर नजर पड़ी और फिर समय रहते डोनाल्ड ट्रंप को बचा लिया गया.

सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स ने कैसे बचाई जान?
अमेरिकी सीक्रेट सर्विस एजेटों की जैसे ही नजर पड़ी, उन्होंने आरोपी हमलावर पर फायरिंग कर दी. हालांकि, हमलावर इसमें बच गया और वह मौके से सबकुछ छोड़कर भाग गया. झाड़ियों से पुलिस को एके-47 रायफल मिला. उसे कुछ देर बाद ही पास के काउंटी से अरेस्ट कर लिया गया. कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि आरोपी ने फायरिंग की थी. वहीं, कुछ रिपोर्ट में कहा गया कि गोलीबारी करने से पहले ही सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स ने उस पर गोली चलाई थी. उसके पास से गो प्रो वीडियो कैमरा भी बरामद किया गया है. आरोपी हमलावर का नाम रेयान वेस्ली राउथ है. वह यूक्रेन का कट्टर समर्थक और रूस का दुश्मन है. उसके फेसबुक पोस्ट से पता चलता है कि वह ट्रंप का भी बड़ा आलोचक रहा है.

कैसे और कब हुई यह घटना?
यह घटना स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब 1:30 बजे हुई. जब खुफिया सेवा के एजेंटों ने गोल्फ कोर्स के पास एके-47 लिए एक व्यक्ति को देखा. एजेंटों ने उस पर गोलियां चलाईं. अफसरों का मानना है कि डोनाल्ड ट्रंप इंटरनेशनल गोल्फ क्लब में चलाई गईं, गोलियां पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए थीं. ऐसा इस मामले से वाकिफ सूत्रों का कहना है. ‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ ने बताया कि सूत्रों ने कहा कि खुफिया सेवा ने ट्रंप इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स वेस्ट पाम बीच में एक संदिग्ध व्यक्ति को देखा और जब एजेंटों ने उसे बंदूक की नली जैसी दिखने वाली कोई चीज देखी तो उन्होंने उस पर गोलियां चला दीं.

Tags: Donald Trump, US News



Source link

x