दूल्हे ने साफ कह दिया 5 गाय मंडप में होंगी तभी करूंगा शादी, बाकी कुछ नहीं चाहिए
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Unique Viral Wedding : उत्तर कन्नड़ के सिद्धापुर में मेधा भट और रामकृष्ण भट की अनोखी वैदिक शादी में पांच देसी गायों का गोदान और स्थार्तयज्ञ विधि ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.
हाइलाइट्स
- उत्तर कन्नड़ में अनोखी वैदिक शादी हुई.
- मंडप में पांच देसी गायों का गोदान किया गया.
- शादी में स्थार्तयज्ञ विधि ने सबको मंत्रमुग्ध किया.
उत्तर कन्नड़: आपने शादियां तो बहुत देखी होंगी – किसी में आलीशान होटल, किसी में लजीज पकवानों की भरमार और कहीं नाच-गाने का धूमधड़ाका, लेकिन कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ के सिद्धापुर में हुई इस अनोखी शादी के बारे में सुनेंगे, तो कह उठेंगे – “भाई, ये तो कुछ अलग ही था?” तो बात कुछ यूं है कि विद्वान वेदमूर्ति विश्वनाथ भट की बेटी मेधा भट और आस्ताल के नारायण भट के बेटे रामकृष्ण भट का विवाह किसी आम शादी जैसा नहीं था, बल्कि इसमें परंपरा और आध्यात्मिकता का ऐसा अनूठा संगम था, जिसे देख हर कोई दंग रह गया.
खास मेहमानों की टोली
जरा सोचिए, मंडप में दूल्हा-दुल्हन के अलावा और कौन-कौन हो सकता है? परिवारवाले, रिश्तेदार, पुरोहित—ये तो आम बात है, लेकिन यहां एक खास मेहमानों की टोली भी थी—पांच देसी गायें, जिन्हें दुल्हन के पिता ने खासतौर पर मंडप में बांधा और सजाया.
ये वही गायें थीं, जिनका हमारे शास्त्रों में बड़ा महत्व बताया गया है और यही नहीं, शादी की रस्में पूरी होने के बाद हुआ असली गोदान. जी हां, वो परंपरा, जिसका जिक्र ग्रंथों में तो मिलता है, लेकिन आजकल अमूमन लोग इसे निभाने की बजाय चांदी या सोने की गाय दान करके काम चला लेते हैं. मगर यहां, विद्वानों के परिवार ने इसे असल रूप में किया.
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इतना ही नहीं, शादी में स्थार्तयज्ञ नाम की एक प्राचीन विधि को भी पूरा किया गया, जिसमें पुराने समय की दुर्लभ यज्ञ सामग्रियों का प्रयोग किया गया. ये वो रस्म थी, जो अब शायद ही कहीं देखने को मिले.
पूरे इलाके में अनोखी शादी की चर्चा
बस फिर क्या था! शादी में आए मेहमानों को महसूस हुआ कि वे किसी पौराणिक युग के दिव्य विवाह का साक्षी बन रहे हैं. पूरे इलाके में इस अनोखी शादी की चर्चा जोरों पर रही और जिसने भी इसके बारे में सुना, वही कह उठा – “अरे वाह! काश, हर शादी में इतनी ही परंपरा और भव्यता होती!”
February 08, 2025, 10:17 IST