दो जिलों में बंटा राजस्थान का एक गांव, ग्रामीण परेशान, जानिए क्या है माजरा



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रविंद्र कुमार/ झुंझुनूं.नए जिलों के गठन के बाद यह गांव दो जिलों में बंट गया. दरअसल बाढ़ा की ढाणी गांवदो जिलों में विभाजित हो गया है. नए जिलों के गठन के दौरान इस गांव कीआबादी झुंझुनूं में, तो कृषि भूमि नीमकाथाना जिले में रह गई है. ग्रामीणों का कहना है कि अब काम के लिए दो जिलों में चक्कर लगाने होंगे. ग्रामीणों की मांग है कि उनके गांव को एक जिले में ही रखा जाए,ताकि ग्रामीणों को कोई परेशानी नहीं हो.

गांव को एक ही तहसील व जिले में शामिल करने की उठी मांग

राजस्थान प्रदेश में हाल ही में बनाए गए 19 नए जिलों ने कुछ गांवों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. नए जिले बनाने का मकसद आमजन की परेशानियां कम करना था, लेकिन जिलों के राजस्व सीमांकन ने कुछ गांवों के लोगों की समस्या को बढ़ा दिया है. ऐसा ही मामला खेतड़ी उपखंड के मानोता जाटान ग्राम पंचायत के राजस्व गांव बाढ़ा की ढाणी में देखने को मिल रहा है.नीमकाथाना को नया जिला बनाते समय मानोता जाटान ग्राम पंचायत को खेतड़ी तहसील से हटा कर गुढ़ा तहसील में जोड़ दिया गया है.इससे मानोता का राजस्व गांव बाढ़ा की ढाणी भी गुढ़ा तहसील में जुड़ गया, जबकि बाढ़ा की ढाणी की करीब दो हजार बीघा जमीन पटवार सर्किल जसरापुर में रह गई.जसरापुर खेतड़ी तहसील में रह गया.ऐसे में बाढ़ा की ढाणी की दो तहसीलों में बंट गई. अब ढाणी के लोगों को राजस्व कार्यों के लिए दो जिलों में चक्कर लगाने पड़ेंगे.आमजन को हुई इस परेशानी के लिए लगातार गांव के लोग एकत्रित हो रहे हैं और सरकार से मांग कर रहे हैं कि उन्हें एक ही तहसील में एक ही जिले में शामिल किया जाए.

पूर्व सरपंच नरेंद्र सिंह ने बताया कि यह उनके गांव के लोगों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है कि अब उन्हें कोई भी काम करवाने के लिए पहले नीमकाथाना जाना होगा. उसके बाद उन्हें वापस गुढ़ा गोड़जीतहसील में उसके बाद उनका जो एसडीम कार्यालय है झुंझुनू वहां उन्हें चक्कर लगाने होंगे. जिससे अगर कोई भी एक काम करवाना है जेसे पेंशन बनवानीहै उसके लिए उन्हें पूरे दिन 2 जिलों में चक्कर लगाने होंगे.उन्होंने बताया कि गुढ़ा गोड़जी तहसील से अभी उनका सीधा कोई संपर्क नहीं है. यहां के लोग खेतड़ी जाते थे सभी काम उनके खेतड़ी में होते थे. अब गुढ़ा जाना उनके लिए एक चुनौती जैसा बन गया है. पहले खेतड़ी तहसील की दूरी सिर्फ 22 किलोमीटर थी, लेकिनर अभी जो गुढ़ा गोड़जी तहसील बनाई गई है यह उनके गांव से45 किलोमीटर है.यहउनके सामने बहुत बड़ी चुनौती है.साथ में ही पूर्व सरपंच ने बताया कि सबसे बड़ी समस्या यह है कि उनकी जो लगभग जमीन है वह खेतड़ीतहसील के नीचे आती है. जिससे उन्हें जमीन के लिए कोई काम करवाना होगा तो खेतड़ी जाए बाकी किसी कागज के लिए उन्हें तहसील गुढ़ा गोड़जी जाना पड़ेगा .यह एक चुनौती अभी उनके लिए बनरही है

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FIRST PUBLISHED : August 17, 2023, 13:55 IST



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