धान की फसल में लग रहे खरपतवार का ऐसे करें नियंत्रण, 20 से 25 दिनों में अवश्य करें निराई-How to control weeds in paddy crop, do weeding in 20 to 25 days


मुंगेर : धान की फसल में खरपतवारों का सही तरीके से नियंत्रण करना आवश्यक होता है क्योंकि यह फसल की पैदावार पर गहरा प्रभाव डालते हैं. खरीफ के सीजन में खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं.

चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार: सफेद मुर्ग, कनकौवा, जंगली जूट, और जंगली तंबाकू जैसे खरपतवार धान की फसल को नुकसान पहुंचाते हैं. इन खरपतवारों को समय पर खेत से हटाना आवश्यक है.

संकरी पत्ती वाले खरपतवार: सांवां और दूब घास जैसे खरपतवार पतली और लंबी पत्तियों वाले होते हैं, जिन्हें घास काटकर या निराई-गुड़ाई के माध्यम से हटाया जा सकता है.

मोथावर्गीय खरपतवार: इन खरपतवारों में लंबी पत्तियां और ठोस तना पाया जाता है. इन खरपतवारों को जड़ों से निकालना जरूरी होता है ताकि यह दुबारा न पनप सकें.

नियंत्रण के तरीके:
हाथ से निराई: यह एक पारंपरिक और प्रभावी तरीका है, जिसमें किसानों द्वारा हाथ से खरपतवारों को हटाया जाता है.
खुरपी का उपयोग: खुरपी के माध्यम से खरपतवारों को हटाना एक अच्छा तरीका है, खासकर जब खेत में खरपतवार बहुत अधिक होते हैं.
पैडीवीडर का उपयोग: यह एक विशेष उपकरण है जो धान के खेतों में खरपतवारों को प्रभावी रूप से नियंत्रित करता है.

कृषि एक्सपर्ट बताते हैं कि धान की फसल की दो बार निराई गुड़ाई की जाती है. धान की फसल में पहली निराई-गुड़ाई 20 से 25 दिन के बाद वहीं दूसरी निराई-गुड़ाई 40 से 45 दिन के बाद की जाती है. धान की फसल में सही समय पर निराई गुड़ाई करने से खरपतवार नियंत्रित होते हैं.

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