पंजाब के विधायकों से क्यों मिल रहे अरविंद केजरीवाल? जान लें क्या है AAP संयोजक का अगला प्लान
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Arvind Kejriwal News: दिल्ली में सत्ता गंवाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में अपनी सरकार बचाने की कवायद शुरू की. उन्होंने पंजाब के विधायकों की बैठक बुलाई है. दिल्ली के नवनिर्वाचित आम आदमी पार्टी के विधायकों…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- अरविंद केजरीवाल ने पंजाब विधायकों की बैठक बुलाई.
- दिल्ली में सत्ता गंवाने के बाद पंजाब पर ध्यान देना चाहती है AAP.
- पंजाब में इस वक्त भगवंत मान के नेतृत्व में AAP सरकार है.
नई दिल्ली. दिल्ली में सत्ता गंवाने के बाद अब आम आदमी पार्टी के सामने अगली बड़ी चुनौती पंजाब में अपनी सरकार को बचाने की है. राज्य में विधानसभा चुनाव होने में अभी काफी वक्त है, लेकिन इससे पहले ही अरविंद केजरीवाल ने इसे लेकर कवायदें शुरू कर दी हैं. आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल अपने पंजाब के सभी विधायकों से मिलना चाह रहे हैं. उन्होंने मंगलवार को दिल्ली में पंजाब के सभी विधायकों की बैठक बुलाई है, जिसे लेकर राजनीतिक चर्चाएं भी तेज हो गई हैं. आम आदमी पार्टी का कहना है कि पंजाब के जिन विधायकों की दिल्ली चुनाव में ड्यूटी लगाई गई थी उन्हें चाय पर केजरीवाल ने बुलाया है.
एक दिन पहले ही अरविंद केजरीवाल ने अपने फिरोजशाह रोड स्थित आवास पर आम आदमी पार्टी के दिल्ली के नए 22 नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक की थी. बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कार्यवाहक सीएम आतिशी ने कहा था कि आम आदमी पार्टी रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी और यह सुनिश्चित करेगी कि बीजेपी अपने वादों को पूरा करे. आतिशी ने कहा कि केजरीवाल ने नवनिर्वाचित विधायकों को लोगों की सेवा करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा अपने वादे के अनुसार आठ मार्च तक महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह दे, 300 यूनिट मुफ्त बिजली उपलब्ध कराए और लोगों के लिए अन्य सुविधाएं जारी.
13 सीटों पर AAP को कांग्रेस ने मरवा दिया
दिल्ली में आम आदमी पार्टी कुल 14 ऐसी सीटों पर हारी जहां हार का अंतर 5 हजार से कम था. इतना ही नहीं 13 ऐसी सीटें भी इस दौरान शामिल थी जहां कांग्रेस के उम्मीदवारों को जितने वोट मिले, करीब उतने ही वोटों से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा. खुद अरविंद केजरीवाल भी नई दिल्ली सीट से महज चार हजार वोटों के अंतर से बीजेपी के परवेश शर्मा से हारे. कांगेस के संदीप दीक्षित को यहां करीब चार हजार वोट ही मिले हैं. आम आदमी पार्टी ने चुनाव से काफी पहले ही यह साफ कर दिया था कि दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन करने का उनका कोई प्लान नहीं है.
February 10, 2025, 10:10 IST