परवरदिगार मरहूम को जन्नत में आला मकाम दें…बाबा सिद्दीकी के मर्डर से गमजदा तेजस्वी, महाराष्ट्र की एनडीए सरकार पर उठाया सवाल


हाइलाइट्स

बाबा सिद्दीकी की हत्या पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने संवेदना व्यक्त की. तेजस्वी यादव ने महाराष्ट्र की एनडीए सरकार के शासन पर उठाया सवाल. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बाबा सिद्दीकी मर्डर पर संवेदना व्यक्त की.

पटना. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई में हत्या कर दी गई है. उन्हें शूटर्स ने तीन गोलियां मारीं जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में लीला हॉस्पिटल ले जाया गया जहां पर उनकी मौत हो गई. मुंबई और महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा मुकाम हासिल करने वाले बाबा सिद्दीकी मूल रूप से बिहारी थे. गोपालगंज के मांझा से उनके परिवार का नाता है. यही कारण है कि उनसे बिहार के नेताओं के भी अच्छे रिश्ते रहे और उनकी मौत की खबर से बिहार के सियासी जगत से भी शोक संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं. इस क्रम में बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गहरा शोक व्यक्त किया है. तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शोक व्यक्त किया और साथ ही महाराष्ट्र की एनडीए सरकार को कानून-व्यवस्था के सवाल पर घेरा.

तेजस्वी यादव ने अपने शोक संदेश में लिखा, महाराष्ट्र के वरीय नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या का समाचार बेहद दुखद है. परवरदिगार से इल्तिजा है कि मरहूम को जन्नत में आला मकाम दें और परिजनों को सब्र और हिम्मत. महाराष्ट्र में NDA शासन में लगातार हो रही ऐसी आपराधिक घटनाओं को क्या नाम देंगे?

वहीं, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी बाबा सिद्दीकी की मौत पर शोक संवेदना जताई है. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, एनसीपी लीडर बाबा सिद्दीकी साहब के कत्ल की खबर गमजदा कर देने वाली है. वह एक जिंदादिल इंसान थे. पाक परवरदिगार से दरखास्त है कि उन्हें जन्नत-उल-फिरदौस में ऊंचा मुकाम दें. उनके चाहने वाले को सब्र अता करें.

बता दें कि सितंबर, 1956 में जन्म के बाद बाबा ने छात्र जीवन से ही सियासत की शुरुआत कर दी थी. 1977 में बाबा सिद्दीकी कांग्रेस पार्टी की छात्र इकाई (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) NSUI से जुड़े थे और बाद में मुंबई के बांद्रा पश्चिम में बाबा सिद्दीकी आकर बस गए जहां फिल्मी सितारों का जमघट लगता था. उनके बॉलीवुड के कई सितारों से बेहतर ताल्लुकात थे.

मुंबई बांद्रा पश्चिम से विधायक रह चुके बाबा सिद्दीकी बिहार आते रहते थे. बताया जाता है कि बाबा सिद्दीकी दो साल पहले ही 2022 में बिहार पहुंचे थे. बता दें कि बिहार के गोपालगंज में जन्मे बाबा सिद्दीकी किशोरावस्था और युवावस्था के दौरान पिता अब्दुल रहीम सिद्दीकी के साथ घड़ी रिपेयर करने का काम करते थे. लगभग पांच दशक पहले ही पिता ने जब मुंबई शिफ्ट होने का फैसला लिया तो बाबा सिद्दीकी भी परिवार के साथ मुंबई चले गए थे.



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