पुलिस की नौकरी छोड़ बॉलीवुड में ली एंट्री, फिर हुए इतने मशहूर कि लगी फैंस की लाइन, क्या रेखा के पीछे खड़े शख्स का बताएंगे नाम?



पुलिस की नौकरी छोड़ बॉलीवुड में ली एंट्री, फिर हुए इतने मशहूर कि लगी फैंस की लाइन, क्या रेखा के पीछे खड़े शख्स का बताएंगे नाम?

बॉलीवुड में कुछ ऐसे कलाकार हुए जिन्होंने बिना किसी बैकग्राउंड के अपने बूते न केवल इस इंडस्ट्री में एंट्री ली बल्कि उनका नाम सिनेमा के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा गया. तस्वीर में रेखा के पीछे खड़े नजर आ रहे अभिनेता भी एक ऐसा ही नाम हैं. आदिवासी वेशभूषा में नजर आ रहे है इस अभिनेता का जादू चार दशकों तक हिंदी सिनेमा कर छाया रहा. फिल्म मदर इंडिया में अपने किरदार से इन्होंने बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई और फिर जुबली कुमार के नाम से मशहूर हुए. जी हां, अब तो आप पहचान ही गए होंगे, तस्वीर में रेखा के पीछे राजेंद्र कुमार खड़े हैं और ये फिल्म ‘गोरा और काला’ के दौरान की तस्वीर है.

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राजेंद्र कुमार अपनी पुलिस की नौकरी छोड़ कर मुंबई आ गए थे और वहां उन्होंने निर्देशक एचएस रवैल को असिस्ट करना शुरू कर दिया था. साल 1950 में फिल्म ‘जोगन’ में वह पहली बार पर्दे पर नजर आए. 1957 में राजेंद्र कुमार ने ‘मदर इंडिया’ में काम किया. फिल्म में भले ही उनका रोल छोटा था लेकिन अपने दमदार अभिनय के वजह से उन्हें नोटिस किया गया. लीड एक्टर के तौर पर 1963 में ‘महबूब’ फिल्म से उन्हें जबरदस्त सफलता मिली.

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1960 के दशक में राजेन्द्र कुमार बॉलीवुड का बड़ा नाम बन चुके थे और उनकी अधिकतर फिल्में 25 हफ्तों तक सिनेमाघरों में लगी रहती थी, इसी वजह से वह जुबली कुमार के नाम से भी जाने जाने लगे.

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राजेंद्र कुमार ने अपने बेटे कुमार गौरव के लिए एक फिल्म डायरेक्ट भी की थी, जिसका नाम लव स्टोरी था. हिंदी सिनेमा में अपने योगदान के लिए राजेंद्र कुमार को पद्मश्री से सम्मानित किया गया. 

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