प्राइवेट हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों में घबराहट, गिरने लगा BP! भरोसेमंद सरकारी बीमा कंपनी ने की मैदान में उतरने की तैयारी


नई दिल्ली. देश की सबसे बड़ी सरकरी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (एलआईसी) अब स्वास्थ्य बीमा बेचने की तैयारी कर रही है. कंपनी इस सेगमेंट में एंट्री करने के लिए सेगमेंट से जुड़ी कुछ छोटी कंपनियों के अधिग्रहण के अवसरों की तलाश कर रही है. यह कदम इस सेगमेंट में कंपोजिट बीमा कंपनियों को अनुमति देने के प्रस्ताव के बीच उठाया गया है. उम्मीद जताई जा रही है कि नई सरकार कंजोपिट लाइसेंस की अनुमति दे सकती है. एलआईसी ने कहा कि हमारे पास जनरल इंश्योरेंस में विशेषज्ञता की कमी है, लेकिन हम हेल्थ इंश्योरेंस में रुचि रखते हैं और इनऑर्गेनिक डेवलपमेंट के अवसरों पर भी विचार कर रहे हैं.

एक संसदीय पैनल ने फरवरी 2024 में लागत और अनुपालन बोझ को कम करने के लिए समग्र बीमा यानी कंपोजिट लाइसेंस शुरू करने का सुझाव दिया था. अभी जीवन बीमा कंपनियां केवल स्वास्थ्य बीमा के तहत लांग टर्म बेनीफिट्स कवर ऑफर कर सकती हैं. जीवन बीमा कंपनियों को अस्पताल में भर्ती और क्षतिपूर्ति कवर प्रदान करने के लिए बीमा अधिनियम में संशोधन की आवश्यकता होगी.

कितने बीमा किए गए जारी
बीमा के लिहाज से भारत एक बहुत ही कम विकसित बाजार है. आंकड़ों के मुताबिक, 2022-23 के अंत में, 2.3 करोड़ से कम स्वास्थ्य बीमा कवर जारी किए गए, जिसमें 55 करोड़ लोगों को कवर किया गया. इसमें से लगभग 30 करोड़ सरकार द्वारा प्रायोजित बिजनेस थे, जबकि लगभग 20 करोड़ लोग ग्रुप बीमा के जरिए बीमित हैं.

ज्यादा लोगों तक इंश्योरेंस कवर बढ़ाने पर जोर
सरकार और रेगुलेटर चाहते हैं कि अधिक हेल्थ कवर जारी किए जाएं और इस सेक्टर में एलआईसी के प्रवेश से एक बड़े बदलाव की उम्मीद है. इरडा (IRDA) के आंकड़ों से पता चला है कि वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान, जीवन बीमा कंपनियों ने लगभग 3 लाख लोगों को कवर करते हुए 2.9 लाख नई पॉलिसी जारी कीं.

Tags: Business news, Health Insurance



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