बक्सर में मेरठ की शाकाहारी बिरयानी का अनोखा स्वाद, जानें खासियत और दुकान का पता


बक्सर: यदि आप बक्सर शहर में मेरठ की शाकाहारी बिरयानी का आनंद लेना चाहते हैं, तो स्टेशन रोड स्थित नगर भवन के पास जाएं. यहां आपको विभिन्न कीमतों पर लजीज वेज बिरयानी मिल जाएगी. इस दुकान के मालिक अशोक गुप्ता ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि वे नगर के मुसाफिर गंज के निवासी हैं, लेकिन रोजगार की तलाश में लंबे समय तक जिले से बाहर रहे.

गाजियाबाद में सीखी बिरयानी बनाने की कला
अशोक ने बताया कि उन्होंने लगभग 17 साल तक गाजियाबाद-मेरठ मुख्य मार्ग पर जैन नामक व्यक्ति के साथ बिरयानी की दुकान में नौकरी की, जहां उन्होंने बिरयानी बनाने की विधि सीखी. लंबे समय तक प्रदेश में रहने के कारण वे परिवार को समय नहीं दे पा रहे थे, जिसके चलते 2021 में वे वापस घर लौटे और मेरठ की मशहूर शाकाहारी बिरयानी का कारोबार शुरू किया.

बिरयानी के विभिन्न विकल्प और ग्राहकों की पसंद
अशोक ने बताया कि उन्होंने स्टॉल को खोले हुए 4 साल हो चुके हैं और बिरयानी की लजीज स्वाद के कारण कई ग्राहक स्थायी हो गए हैं. यहां तीन तरह के दामों पर शाकाहारी बिरयानी परोसी जाती है: सबसे कम 25 रुपए, मध्य 35 रुपए, और सबसे महंगी 50 रुपए प्रति प्लेट. अशोक ने कहा कि ज्यादातर नौकरी-पेशा वाले लोग यहां बिरयानी खाने आते हैं, और एक प्लेट में ग्राहकों का पेट भर जाता है.

रोजाना 100 प्लेट की बिक्री
अशोक ने बताया कि वह सुबह 10 बजे से अपनी स्टॉल लगाते हैं और शाम 4 बजे से पहले बिरयानी बेचकर घर लौटते हैं. प्रतिदिन लगभग 100 से अधिक प्लेट बिरयानी की बिक्री होती है. इस काम में उनका परिवार भी सहयोग करता है. जबकि वह अकेले बिरयानी बेचते हैं, पत्नी और बच्चे तैयारी में मदद करते हैं.

महिलत से होती है अच्छी कमाई
अशोक ने बताया कि अपनी मेहनत के कारण इस स्टॉल से अच्छी कमाई होती है, जिससे न केवल परिवार का भरण-पोषण होता है, बल्कि बच्चों की पढ़ाई भी सही ढंग से हो रही है. उन्होंने कहा कि वे नहीं चाहते कि उनके बच्चे इसी काम को अपनाएं, इसलिए उन्हें इंग्लिश मीडियम स्कूल में अच्छी शिक्षा के लिए भेजते हैं.

विशेष मसालों का प्रयोग
अशोक ने बताया कि बिरयानी को घर पर तैयार करने में 5 घंटे का समय लगता है. इसके लिए वह सुबह 4 बजे से तैयारियों में जुट जाते हैं. इस बिरयानी को बनाने में इंडिया गेट चावल, सोयाबीन, मटर, आलू, पनीर, प्याज, लवंग, इलाइची, दाल, नमक, दही, चटनी, और खास मसालों का इस्तेमाल होता है.

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