बल्लभगढ़ के इस गांव में है 350 साल पुराना वृंदावन दास बाबा का आश्रम, जानें इसका ऐतिहासिक महत्व


फरीदाबादः बल्लभगढ़ के साहुपुरा गांव में स्थित वृंदावन दास बाबा का आश्रम करीब 350 साल पुराना है. इसका गहरा ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है, जो इस क्षेत्र का एक प्रमुख धार्मिक स्थल बनाता है. आश्रम की स्थापना महात्मा वृंदावन दास की तपस्या और धार्मिक अनुशासन के बल पर हुई थी. तभी से यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है. वर्तमान में इस आश्रम का संचालन महंत शांति दास करते हैं, जो बचपन से ही इस स्थान से जुड़े हुए हैं और इसके धार्मिक परंपराओं को आगे बढ़ा रहे हैं.

यह विशाल आश्रम लगभग 6 एकड़ भूमि पर फैला हुआ है और इसमें एक प्राचीन तालाब स्थित है. यह तालाब धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व रखता है, जहां श्रद्धालु स्नान करते हैं और पशु-पक्षी भी पानी पीने आते हैं. भाद्रपद माह में जन्माष्टमी के पावन अवसर पर यहां हर साल एक भव्य भंडारा और भागवत कथा का आयोजन किया जाता है. इस धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु सम्मिलित होते हैं. इसके अलावा, आश्रम में नियमित पूजा-पाठ और हवन की परंपरा भी लगभग 25-30 वर्षों से चली आ रही है. इन सभी धार्मिक गतिविधियों का उद्देश्य श्रद्धालुओं को अध्यात्मिक और मानसिक शांति प्रदान करना है.

धार्मिक परंपराओं का निर्वहन
आश्रम की परंपराएं महंत शांति दास के पूर्वजों द्वारा शुरू की गई थीं, जिनमें महात्मा सुखराम दास, करीब दास, और बुद्धि दास प्रमुख हैं. ये सभी महात्मा अपनी तपस्या और धार्मिक अनुशासन के लिए प्रसिद्ध थे, और महंत शांति दास उन्हीं की शिक्षाओं और परंपराओं को निरंतर बनाए हुए हैं. यह आश्रम न केवल धार्मिक क्रियाकलापों के लिए जाना जाता है, बल्कि सामाजिक सेवा के क्षेत्र में भी अग्रणी है.

आधुनिक सुविधाएं और योग
वर्तमान समय में आश्रम में रोजाना 50-100 लोग भजन-कीर्तन और अन्य धार्मिक गतिविधियों में भाग लेते हैं. इसके साथ ही, आश्रम में योग की भी व्यवस्था की गई है. यहां आने वाले लोग शारीरिक और मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए योगाभ्यास करते हैं. आश्रम में भक्तों के लिए आधुनिक सुविधाओं का प्रबंध किया गया है, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो. इसके संचालन में स्थानीय समुदाय और गांव के लोग सक्रिय रूप से सहयोग करते हैं, जिससे यह स्थान धार्मिक और सामाजिक दोनों रूपों में महत्वपूर्ण बना हुआ है.

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