बांग्‍लादेश की फैक्‍ट्र‍ियों में ताले देख यूनुस के होश उड़े, मजदूरों से मिन्‍नतें करते आए नजर, भारत के ल‍िए मौका-मौका!


शेख हसीना के तख्‍तापलट के बाद भी बांग्‍लादेश के हालात बनने की बजाय बिगड़ते जा रहे हैं. मजदूर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. इससे एक महीने से तमाम गारमेंट्स फैक्‍ट्र‍ियां बंद हैं. अब खबर आ रही है क‍ि 20 दवा कारखानों में भी उत्पादन ठप पड़ गया है, क्‍योंक‍ि वहां भी मजदूरों के न मिलने से तालाबंदी है. फैक्‍ट्र‍ियों में ताले देख अंत‍र‍िम सरकार के प्रमुख मुहम्‍मद यूनुस के होश उड़ गए हैं. इसीलिए देश के नाम पहले संबोधन में वे फैक्‍ट्री माल‍िकों और मजदूरों से मिन्‍नतें करते नजर आए.

मुहम्‍मद यूनुस ने कारखाना माल‍िकों और श्रमिकों से कहा क‍ि क‍िसी भी हाल में फैक्‍टर‍ियों को बंद न करें. कारखाने खुले रखें. हमारी अर्थव्‍यवस्‍था को मजबूत रखने के ल‍िए यह बेहद जरूरी है. अर्थव्यवस्था का पहिया घूमता रहना चाह‍िए. मजदूरों से अपील करते हुए उन्‍होंने कहा, अगर कारखाने बंद रहे तो आपकी समस्‍याएं हल नहीं हो जाएंगी बल्‍कि‍ और बढ़ेंगी. हम आपसे अपील करते हैं, कारखानों में लौट जाइए. हम निश्च‍ित रूप से कारखाना माल‍िकों और श्रम‍िकों से बातचीत करेंगे और आपकी समस्‍या का हल तलाशेंगे. बता दें क‍ि मजदूर नौकरी परमानेंट करने, सैलरी बढ़ाने, ओवरटाइम पेमेंट दोगुना करने और हफ्ते में दो दिन की छुट्टी देने की मांग कर रहे हैं. इनकी कई और मांगें हैं, जिन्‍हें पूरा कर पाना बांग्‍लादेश के कारखाना माल‍िकों के ल‍िए मुसीबत का सबब बन गया है.

फैक्‍ट्री माल‍िकों-मजदूरों को समझाते रहे
मुहम्‍मद यूनुस ने कारखाना माल‍िकों से भी आग्रह क‍िया क‍ि कृपया मजदूरों की बातें सुनें. उनकी जायज मांगों को पूरा करें. उन्‍हें भरोसा दें, ताक‍ि कारखाने चलते रहें. इससे देश को नाजुक आर्थिक स्थि‍त‍ि से निकलने में मदद मिलेगी. द डेली स्‍टार की रिपोर्ट के मुताबिक, मुहम्‍मद यूनुस ने कहा, सरकार फार्मास्यूटिकल और गारमेंट सेक्‍टर को नई ऊंचाई पर ले जाना चाहती है. इन दोनों उद्योगों को कमजोर करने का कोई सवाल ही नहीं उठता. फार्मास्यूटिकल और गारमेंट सेक्‍टर हमारे देश का गौरव हैं. इनमें काम करने वाले श्रमिकों ने पूरी दुन‍िया को हमारी ताकत दिखाई है. लेकिन इसकी सफलता में अब रुकावटें आ रही हैं. हम इन दोनों उद्योगों की समस्‍याओं को पहचान कर दूर करेंगे. हम विदेशी खरीदारों को जुटाएंगे. उनसे मदद लेंगे ताक‍ि एक्‍सपोर्ट न घटने पाए.

भारत के ल‍िए क‍िस तरह का मौका?
बांग्लादेश की गारमेंट्स फैक्‍ट्र‍ियों में ताले भारत के गारमेंट्स सेक्‍टर के ल‍िए कुछ राहत तो कुछ आफत लेकर आए हैं. भारत इस मौके का फायदा उठाकर गारमेंट्स सेक्‍टर में एक बार फ‍िर मजबूत दावेदारी पेश कर सकता है. लेकिन कुछ सामान बांग्‍लादेश से हमारी फैक्‍ट्र‍ियों में आता है, वहां की हलचल की वजह से उस पर भी रोक लग गई है, जो दिक्‍कत बढ़ाने वाली है. बांग्लादेश की इंडस्ट्री साइज में छोटी है. लेकिन भारत का निर्यात 40 अरब डॉलर का है तो बांग्लादेश का 45 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. इस मौके का फायदा उठाने के ल‍िए भारत को सबसे पहले कपास का उत्‍पादन बढ़ाना होगा, ताक‍ि हमारी फैक्‍टर‍ियों को सस्‍ता कपास मिले और वे दु‍न‍िया के ल‍िए सस्‍ता माल बना सकें. सरकार ने इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया है.

Tags: Bangladesh news, Sheikh hasina, Textile Market



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