बावला बना देगी दिल्ली के ये बावली, यहां मिलती है स्वर्ग से पृथ्वी



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दिल्ली. वैसे तो राजस्थान के बूंदी शहर को बावलियों का शहर कहा जाता है, जहां 50 से अधिक बावलियां हैं. लेकिन दिल्ली की कुछ बावली भी खूब प्रसिद्ध हैं. दिल्ली में मौजूद अग्रसेन की बावली के बारे में कौन नहीं जानता. ऐसी ही एक बावली है दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके में स्थित राजों की बावली. इसे देखने के लिए रोजाना पर्यटकों की भीड़ उमड़ती है. इस बावली पर कई बॉलीवुड मूवीज की शूटिंग हो चुकी है. आखिर इस बावली में ऐसा क्या है जिसकी सुंदरता ने सभी को मोहित कर रखा है.

दिल्ली के महरौली में स्थित ये बावली भारत के मध्ययुगीन वास्तुकला और सांस्कृतिक धरोहर की झलक पेश करती है. इस बावली को लोधी वंश के प्रशासक दौलत खान ने 1506 ई. में सिकंदर लोधी के शासनकाल के दौरान बनवाया था. इसका नाम राजों की बावली रखा गया, जिसका अर्थ है ‘मिस्त्रियों की बावली’. दरअसल राजों नाम उन राजमिस्त्रियों से आया है जो बावली में रहते थे और इसके पानी का इस्तेमाल करते थे। उन्हें राज मिस्त्री कहा जाता था, इसलिए इस बावली को ‘राजों की बावली’ कहा जाता है. हिंदू पौराणिक कथाओं के मुताबिक, बावड़ी के पानी को स्वर्ग और पृथ्वी के बीच की सीमा माना जाता है.

होती रहती है शूटिंग
‘राजों की बावली’ में नसीरुद्दीन शाह, विजय वर्मा और फातिमा सना शेख अभिनीत बॉलीवुड फिल्म ‘उल जलूल इश्क’ की शूटिंग हो चुकी है. यहां कई वेब सीरीज की भी शूटिंग हुई है. और अक्सर यहां शूटिंग होती रहती है.

जाने टाइम और लोकेशन…
राजों की बावली सुबह 10 बजे से लेकर शाम पांच बजे तक खुली रहती है. इसका नजदीकी मेट्रो स्टेशन साकेत है, जहां से आप रिक्श लेकर यहां तक आ सकते हैं. इस बावली की एंट्री फीस बिल्कुल नि:शुल्क है, जहां आप अपने दोस्तों के साथ एंजॉय करने जा सकते है.

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