बुराड़ी में इमारत के मलबे में अभी भी 12 से 15 लोग फंसे हो सकते हैं : DCP राजा बांठिया
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नई दिल्ली:
दिल्ली के बुराड़ी इलाके में सोमवार शाम को एक चार मंजिला इमारत गिरने से दबे लोगों को राहत एवं बचाव टीम निकाल रही है. इस घटना पर दिल्ली पुलिस के डीसीपी ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए बताया कि यह बिल्डिंग हाल ही में बनी थी और करीब एक से डेढ़ साल पहले इसका निर्माण शुरू हुआ था. फिलहाल जानकारी के अनुसार, इसमें कोई स्थायी निवासी नहीं था, केवल श्रमिकों का आना-जाना था.
उन्होंने आगे कहा, “मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका थी. तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, जिसमें पुलिस, फायर टीम, एम्बुलेंस और रेस्क्यू टीम शामिल थीं. अब तक कुल 10 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. जबकि, अभी भी 12 से 15 लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं.”
उन्होंने कहा, “रेस्क्यू टीम से मिली जानकारी के अनुसार, यह बिल्डिंग हाल ही में बनी थी और करीब एक से डेढ़ साल पहले इसका निर्माण शुरू हुआ था. फिलहाल जानकारी के अनुसार, इसमें कोई स्थायी निवासी नहीं था, केवल श्रमिकों का आना-जाना था. हालांकि, इस बारे में और जानकारी कुछ समय बाद मिल सकेगी.”
देखें वीडियो
#WATCH | Several fire tenders and Ambulances reach Delhi’s Burari area where a building collapsed. Several people are feared trapped.
Details awaited. pic.twitter.com/YjiaYn4y3t
— ANI (@ANI) January 27, 2025
उन्होंने कहा, “रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी तरह से प्राथमिकता के आधार पर चल रहा है, जिसमें फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने के साथ-साथ उन्हें चिकित्सा सहायता भी प्रदान की जा रही है. इस घटना की जांच के बाद बिल्डर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस और संबंधित अधिकारियों की टीमें पूरी तरह से जांच में जुटी हैं.”
इस हादसे ने इलाके में दहशत पैदा कर दी है और प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि यह इमारत कैसे गिरी। फिलहाल, हमारी प्राथमिकता लोगों को जल्दी से जल्दी बाहर निकालने की है.
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस घटना पर दुख जाहिर किया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, “ये घटना बेहद दुखद है। बुराड़ी से हमारे विधायक संजीव झा को निर्देश दिया है कि तुरंत पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ वहां जाकर राहत और बचाव कार्य में प्रशासन की मदद करें। स्थानीय लोगों की भी हरसंभव सहायता करें.”
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