भगवान श्रीकृष्ण की छठी पर उन्हें क्यों लगाते हैं कढ़ी-चावल का भोग?
ऋषिकेश. भगवान श्रीकृष्ण की छठी एक धार्मिक समारोह है, जो उनके जन्म के बाद छठवें दिन मनाया जाता है. इसे जन्माष्टमी के बाद छठवें दिन मनाया जाता है. इस साल जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त को मनाया गया, इसीलिए कृष्ण छठी 1 सितंबर यानी आज मनाई जाएगी. इस दिन, घरों और मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना होती है और भगवान श्रीकृष्ण की विशेष झांकी सजाई जाती है. भक्तगण व्रत रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं और दही, मक्खन, मिठाइयों आदि का प्रसाद चढ़ाते हैं, क्योंकि ये सभी श्रीकृष्ण के प्रिय माने जाते हैं. कान्हा की छठी को बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु के लिए विशेष रूप से मनाया जाता है और इस दिन को भक्तों द्वारा बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. वहीं इस दिन श्रीकृष्ण को विशेष रूप से कढ़ी-चावल का भोग लगाया जाता है.
लोकल 18 के साथ बातचीत में उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित श्री सच्चा अखिलेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी शुभम तिवारी ने बताया कि श्रीकृष्ण छठी का महत्व हिंदू धर्म में बहुत खास है, क्योंकि यह भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के बाद छठवें दिन के रूप में मनाया जाता है. इस पर्व का मुख्य उद्देश्य कान्हा के जन्म का उत्सव मनाना और उनकी बाल लीलाओं को याद करना है. इस दिन माताएं अपने बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य, लंबी उम्र और समृद्धि की कामना करती हैं. श्रीकृष्ण छठी पर व्रत रखने और पूजा करने से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है. मान्यता है कि इस दिन उपवास रखने और श्रीकृष्ण को कढ़ी-चावल का भोग लगाने से भगवान कृष्ण प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर कृपा करते हैं.
क्यों लगता है कढ़ी-चावल का भोग?
भगवान श्रीकृष्ण की छठी पर कढ़ी-चावल का भोग लगाने की परंपरा का एक विशेष महत्व है. कढ़ी-चावल को भगवान कृष्ण का प्रिय भोजन माना जाता है और इसे उनके बाल स्वरूप को अर्पित करने का रिवाज है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप को सादा, सात्विक और पोषण से भरपूर भोजन पसंद था और कढ़ी-चावल इसी श्रेणी में आता है. इसके अलावा, कढ़ी-चावल हल्का, सुपाच्य और पौष्टिक होता है, जिसे बच्चे भी आसानी से खा सकते हैं, इसलिए श्रीकृष्ण की छठी के दिन कढ़ी-चावल का भोग लगाकर भगवान के प्रति श्रद्धा व्यक्त की जाती है और उनकी कृपा प्राप्त करने की कामना की जाती है.
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FIRST PUBLISHED : September 1, 2024, 03:13 IST
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