भारतीय रेलवे इस साल यात्रियों को देने जा रहा है ये पांच बड़े गिफ्ट, जिससे आपका सफर होगा और बेहतर



kashi vandebharat 2024 12 e6c316541fedce4999dd09f64a79358d भारतीय रेलवे इस साल यात्रियों को देने जा रहा है ये पांच बड़े गिफ्ट, जिससे आपका सफर होगा और बेहतर

New Year Railway’s Gifts. ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों के लिए वर्ष 2025 खास होगा. भारतीय रेलवे पांच बड़े गिफ्ट देने जा रहा है, जिससे यात्रियों की यात्रा सुविधाजनक, सूरक्षित और आसान हो जाएगी. तोहफों की शुरुआत इसी माह से होने की पूरी संभावना है. खास बात यह है कि इस बदलाव का फायदा एसी क्‍लास में चलने वाले से लेकर सामान्‍य श्रेणी तक के यात्रियों सभी को मिलेगा. रेलवे द्वारा दिए जा रहे ये पांच तोहफे क्‍या हैं और पहला कौन सा होगा,आइए जानें-

भारतीय रेल रोजाना करीब 2 करोड़ से अधिक यात्रियों को सफर कर रहे है. इसके लिए देशभार में 10 हजार अधिक ट्रेनें चल रही हैं. इनमें वंदेभारत ट्रेन यात्रियों की पसंदीदा ट्रेन बनती जा रही है. यही वजह है कि देश के विभिन्‍न राज्‍यों में 55 से अधिक वंदेभारत ट्रेनों का सफल ऑपरेशंस हो रहा है. साथ ही दूसरी ट्रेनों में सुविधाओं का भी इजाफा किया जा रहा है.

ये मिलेंगे तोहफा

देशभर से जुड़ेगा कश्‍मीर

कश्‍मीर देशभर से रेल मार्ग से जुड़ जाएगा. श्रीनगर कटरा रेल मार्ग तैयार हो गया है. इसमें ट्रायल भी शुरू हो चुका है. ट्रायल पूरा होने के बाद ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी. पहली ट्रेन माता वैष्‍णो देवी कटड़ा से बारामूला के बीच चलाई जाएगी और यह ट्रेन वंदेभारत एक्‍सप्रेस होगी. क्‍योंकि सर्दियों के मौसम में श्रीनगर और आसपास का तापमान माइनस में चला जाता है. इसलिए वंदेभारत ट्रेन यहां के मौसम को देखते हुए बेहतर रहेगी. कटरा-बनिहाल का 111 किमी लंबा रेल सेक्‍शन बन कर तैयार हो चुका है. ये सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि इस लाइन का 97.34 किमी हिस्सा सुरंगों से गुजरता है.साथ ही विश्‍व का सबसे ऊंचा चिनाब ब्रिज भी सेक्‍शन में है, जहां से ट्रेन गुजरेगी.

वंदेभारत स्‍लीपर का ट्रायल शुरू

देश की पहली लंबी दूरी की लग्‍जरी ट्रेन ट्रैक पर उतरने को तैयार है. लग्‍जरी ट्रेन यानी स्‍लीपर वंदेभारत एक्‍सप्रेस ट्रैक पर जल्‍द ही दौड़ने लगेगी. इसका ट्रायल मध्‍य प्रदेश में खजुराहो के आसपास शुरू हो गया है. लोग इस ट्रेन से लंबी दूरी का सफर सुविधाजनक ढंग से पूरी कर सकेंगे. इसकी स्‍पीड का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह चीते से भी तेज स्‍पीड से दौड़ेगी, जिसकी स्‍पीड 130 किमी. प्रति घंटे तक होती है.

पहला वर्टिकल ब्रिज

वर्टिकल खुलने वाला ब्रिज (First Vertical Lift Railway Sea Bridge) दक्षिण भारत के तमिलनाडु के पंबन बनकर तैयार हो गया है, जो पूरे देश से रामेश्‍वरम से जोड़ेगा. यह ब्रिज 2.05 किमी लंबा है. पुराने पुल की तुलना में नया पुल तीन मीटर ऊंचा और समुद्र तल से 22 मीटर ऊंचा है. 18.3 मीटर के 100 स्पैन और 63 मीटर का एक नेविगेशनल स्पैन है. यह समुद्र तल से 22.0 मीटर की नेविगेशनल एयर क्लीयरेंस के साथ मौजूदा पुल से 3.0 मीटर ऊंचा है. पुल की स्‍ट्रक्‍चर डबल लाइनों के लिए बनाया गया है, जिसके दोनों ओर से ट्रेनों का संचालन हो सकेगा. हालांकि सीआरएस इस ब्रिज को लेकर आपत्त्यिां लगाई थी, जिनका समाधान करके ट्रेनों कासंचालन किया जाएग.

1337 स्‍टेशनों का डेवलपमेंट

देश में 1337 स्‍टेशनों के रिडेवलपमेंट का काम हो रहा है. इसमें 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्‍टेशन शामिल हैं. रिडेवलप हो रहे स्‍टेशनों में रूफ प्लाजा, इंटर मॉडल कनेक्टिविटी, बच्चों के खेलने का स्‍थान, कियोस्क, लिफ्ट, वेटिंग रूम, फूड कोर्ट आदि शामिल हैं. साथ ही, इन्हें पर्यावरण और दिव्यांगों के अनुकूल बनाया जाएगा. इन स्टेशनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति और विरासत समेटे हुए होगा. इन स्‍टेशनों में कई वर्ष  2025 में शुरू हो जाएंगे, इनमें सफदरजंग दिल्‍ली,चंडीगढ़, लुधियाना, गांधीनगर जयपुर प्रमुख रूप से शामिल हैं. जिससे यात्रियों को सफर में सुविधा मिलेगी.

वंदेभारत की सुविधा वाली स्‍लीपर ट्रेन

वंदेभारत की सुविधा वाली स्‍लीपर ट्रेन यानी अमृत भारत का कई रूटों पर चलेंगी. अभी केवल दो रूटों पर ही चल रही हैं. इसे आम आदमी की शाही ट्रेन कहा जाए, तो गलत नहीं होगा. यानी अब कम किराए में आम आदमी प्रीमियम और लग्जरी ट्रेनों जैसी सुविधाओं का आनंद ले सकता है. अब जनरल क्लास के लोगों को भी गड्ढेदार सीट मिलेंगी. जनरल क्लास में मोबाइल चार्जर के लिए प्‍वाइंट दिए गए हैं. इस श्रेणी में पहली बार पानी के बोतलों के टांगने के लिए स्‍टैंड लगाए गए हैं, यानी यात्री पानी की बोतल टांग ले, उसकी बोतल सीट के नीचे या इधर-उधर न पड़ी रहे.

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