भारत के ‘धक्‍के’ के बिना नहीं चलेगी किंग जोग की कार, पुतिन ने उत्तर कोरिया के तानाशाह को दिया था गिफ्ट


उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग की गिनती दुनिया के सबसे खतरनाक लोगों में होती है. उससे जुड़ी हर चीज के बारे में लोग जानना चाहते हैं. ऐसे में इस तानाशाह की एक नई कार की खूब चर्चा हो रही है. इस कार को बीते सप्ताह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उसे उपहार में दिया है. यह एक सेडान कार है. इसे रूस में बनाए जाने का दावा किया गया है. इसका नाम उरुस लिमोजीन है. इसे 2018 में लॉन्च किया गया था. इसकी शरुआती कीमत करीब चार करोड़ रुपये है.

पुतिन ने पश्चिमी देशों पर रूस की तकनीकी निर्भरता नहीं होने और अपने देश की तकनीकी क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए किम जोंग को यह कार भेंट की. लेकिन, अब इसके बारे में खुलासे होने लगे हैं. इससे किम जोंग खुद परेशान हो सकता है. वह जिसे बेहतरीन रूसी कार समझ रहा है वह सही मायने में रूस का है ही नहीं.

दुश्मन देश से मंगाए गए पार्ट्स
समाचार एजेंसी राइटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस कार में जो पार्ट्स लगे हैं वो दुनिया के कई देशों से आयात किए गए हैं. लेकिन, सबसे मजेदार बात यह है कि किम जोंग जिस देश को अपना सबसे बड़ा दुश्मन बताता है उसी देश के सबसे ज्यादा पार्ट्स इस कार में लगाए गए हैं. वह देश कोई और नहीं बल्कि उत्तर कोरिया का पड़ोसी दक्षिण कोरिया है.

दुनिया दक्षिण कोरिया की ऑटो इंडस्ट्री का लोहा मानती है. अपने देश की दो प्रमुख कार कंपनियां हुंडई और कीया मोटर्स भी दक्षिण कोरिया की हैं. ये दोनों ग्लोबल कार कंपनियां हैं. इनके प्रोडक्ट सैकड़ों देशों में बेचे जाते हैं.

खैर यह बात केवल दक्षिण कोरिया तक सीमित नहीं है. रिपोर्ट के मुताबिक इस कार की निर्माता कंपनी मुख्य रूप से रूस में इसे असेंबल करती है. वह दुनिया के सभी प्रमुख ऑटो बाजारों से पार्ट्स इंपोट करती है. इसमें चीन, भारत, तुर्की, इटली और यूरोपीय संघ भी शामिल है. रिपोर्ट के मुताबिक इस कंपनी ने 2018 से 2023 के बीच 3.4 करोड़ डॉलर के पार्ट्स आयात किए. मौजूदा वक्त में भारत भी ऑटो इंडस्ट्री में दुनिया की एक बड़ी ताकत है.

यहां तक कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के दौरान भी यह कंपनी पार्ट्स इंपोर्ट करती रही है. अकेले दक्षिण कोरिया से ही करीब 1.55 करोड़ डॉलर के पार्ट्स इंपोर्ट किए गए.

Tags: Kim Jong Un, Vladimir Putin



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