भीषण गर्मी में पशु-पक्षियों को मिलेगी राहत…दाना-पानी रखने से नहीं होगी असमय मौत
भोजपुर. बिहार के आरा में इन दिनों बदन जला देने वाली गर्मी पड़ रही है. इंसान तो इंसान, पशु-पक्षी भी भीषण गर्मी से बेहाल नजर आते हैं. ऐसे में आरा के विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने पक्षियों को पानी पिलाने और दाना खिलाने की मुहिम शुरू की है, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है. फिलहाल ये छात्र आरा के महाराजा कॉलेज से इस मुहिम को शुरू किये हैं. कॉलेज के दर्जनों पेड़ पर मिट्टी के बर्तन में पक्षियों के लिए पानी और दाना रखें है. आने वाले दिनों में जिले के सभी कॉलेज और सामाजिक स्थलों पर भी ये कार्य किये जाएंगे.
चला रहे हैं यह मुहिम
भीषण गर्मी में प्यासे पंछी परेशान न हों, इसलिए ये लोग मिट्टी के बर्तन में पानी और दाना जगह-जगह पेड़ पर टांग रहे हैं. आरा के युवाओं की टोली खुद आगे बढ़कर यह काम तो कर ही रही है. वह गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक भी करते हैं, ताकि सभी लोग इस पर्यावरण मुहिम से जुड़ सकें. इस टीम में शामिल दर्जनों युवा अपने अपने छतों पर भी बर्तन में पानी और दाना रखें हैं.
अब आम लोगों का भी मिला साथ
आरा में इस साल गर्मी पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले ज्यादा महसूस की जा रही है. जिले का तापमान लगभग 43 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है. इस कारण आम लोगों को भी पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है. ऐसे में इन युवाओं को लगा कि पक्षियों के लिए भी कुछ करना चाहिए. इसी से पंछियों के लिए दाना-पानी जुटाने का ख्याल आया. फिर युवाओं की टोली ने यह मुहिम शुरू कर दी.
पहले तो शहर के अलग-अलग जगहों पर पेड़ की टहनियों पर जलपात्र और दाने का बर्तन लटकाया गया. शहर के स्कूल, कॉलेज और सरकारी भवनों के अलावा मुहिम के अगले चरण में युवाओं ने इस काम को गांवों तक ले जाने का फैसला किया. पिछले चार दिनों से यह मुहिम चल रही है, जिससे अब आम लोग जुड़ते जा रहे हैं.
ऐसे करते हैं काम
पंछियों को दाना-पानी मुहिम से जुड़े छोटू सिंह कहते हैं कि वे लोग अपना काम सुबह ही शुरू कर देते हैं. विद्यार्थी परिषद का हर साथी पानी की बोतल लेकर आता है और हर दिन 2 घंटा अलग-अलग जगहों पर समय देते हैं. छोटू सिंह ने कहा कि जिन पात्रों में कोई पानी नहीं भर पाता, वहां हम लोग खुद जाकर भरते हैं. वैसे इन युवाओं को काम करते देख अब स्थानीय लोग भी आगे आ रहे हैं. लोग अपने घरों और छतों पर जल पात्र रख रहे हैं, ताकि चिड़ियों को गर्मी में दाना-पानी मिल सके.
पर्यावरण और प्राकृतिक संतुलन के लिए भी जरूरी
विद्यार्थी परिषद के रितेश कुमार ने बताया कि गर्मी में पंछियों को दाना-पानी देना न सिर्फ मानवता का काम है, बल्कि यह पर्यावरण और प्राकृतिक संतुलन के लिए भी जरूरी है. उन्होंने आरा के लोगों से अपील की कि भीषण गर्मी में पशु-पक्षियों को बचाने के लिए आगे आएं और अपने घरों और सार्वजनिक स्थानों पर जल पात्र रखें.
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FIRST PUBLISHED : May 6, 2024, 24:45 IST