मई निकला ठंडा, 36 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा, कैसे दिल्ली-NCR पर प्रभाव डाल रहा जलवायु परिवर्तन
नई दिल्ली. आमतौर पर दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में मई को सबसे गर्म महीना माना जाता है. इस बार क्लाइमेट चेंज के चलते राजधानी में 36 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है. महीने की शुरुआत हुई तो लोगों को फरवरी वाली सर्दी याद आ गई. सुबह कोहरे की घनी चादर छाई दिखी. जैसे-जैसे वक्त आगे बढ़ा तो भीषण गर्मी से सामना हुआ. बारिश ने भी बीच-बीच में मौसम को सुहाना बनाए रखा. अब महीने का अंत आते-आते एक बार फिर लोगों के कूलर और AC ठंडी हवाओं ने बंद करा दिए हैं. जून में भी अगले कुछ दिन मौसम सुहाना बना रहेगा. मौसम विभाग की मानें तो जून के शुरुआती दिनों में भी बारिश हो सकती है. 7 जून के बाद फिर से तापमान में तेजी से उछाल दर्ज किया जाएगा.
चार मई को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री दर्ज किया गया था. यह 41 साल के इतिहास में मई के महीने में सबसे ठंडी सुबह थी. दो मई 1969 को दिल्ली का सबसे न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया था. तब यह 15.1 डिग्री रहा था. इतना ही नहीं भीषण गर्मी के इस मौसम में बारिश ने भी रिकॉर्ड तोड़ दिए.
मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में इस महीने 111 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. दिल्ली में मई के महीने में औसत बारिश अबतक 30.7 मिलीमीटर रही है. इस साल मई में रिकॉर्ड तोड़ बारिश के चलते इसमें 262 प्रतिशत की वद्धि दर्ज की गई. मौसम विभाग के डाटा के मुताबिक अक्सर मई में औसतन 2.7 दिन बारिश के रहते हैं. इस बार रिकॉर्ड 11 दिन बारिश दर्ज की गई. तापमान की बात करें तो बारिश के चलते दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री दर्ज किया गया. यह 1987 के बाद से सबसे कम है.
आपके शहर से (दिल्ली-एनसीआर)
क्लाइमेट चेंज का असर इस साल फरवरी के महीने में भी देखने को मिला था. फरवरी का औसत तापमान 29.54 डिग्री दर्ज किया गया था. यह साल 1901 के बाद से सबसे गर्म फरवरी रही. हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार बीते 14 सालों में पांच सबसे गर्म फरवरी के महीने दर्ज किए गए हैं. इस साल मार्च के महीने में भी काफी बारिश हुई थी जिसके चलते फसलों को काफी नुकसान हुआ.
.
Tags: Delhi weather, Delhi Weather Update, Weather forecast
FIRST PUBLISHED : June 01, 2023, 16:03 IST