मणिपुर का मामला उठाने के बजाय अपने गिरेबान में झांकें: राजस्थान में अपनी ही सरकार के खिलाफ बोले मंत्री
मणिपुर के वायरल वीडियो को सियासी बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस मुद्दे को लेकर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही 24 जुलाई तक स्थगित कर दी गई है. मणिपुर हिंसा और वायरल वीडियो को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है. वहीं, बीजेपी और इसके नेता कांग्रेस को राजस्थान में खराब कानून-व्यवस्था का हवाला दे रहे हैं. इस बीच अशोक गहलोत सरकार में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने अपनी ही सरकार पर महिला सुरक्षा में फेल होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि हमें मणिपुर की बजाय अपने गिरेबां में झांकना चाहिए.
राजस्थान विधानसभा में न्यूनतम आय गारंटी बिल पर बहस के दौरान ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने ये टिप्पणी कीं. मणिपुर में महिलाओं को उपद्रवी भीड़ के निर्वस्त्र घुमाने की घटना के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने सदन में तख्तियां लहराईं. इस पर गुढ़ा ने कहा- “राजस्थान में इस बात में सच्चाई है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में विफल हो गए हैं. राजस्थान में जिस तरह से महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं, ऐसे में हमें मणिपुर की बजाय अपने गिरेबां में झांकना चाहिए.”
राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने किया गहलोत सरकार का बचाव
इस बीच राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने गहलोत सरकार का बचाव किया. उन्होंने कहा, “अपराध के आंकड़े एफआईआर के हैं. चालान के नहीं हैं. मुख्यमंत्री ने अनिवार्य एफआईआर का प्रावधान किया है. इसलिए आंकड़े बढ़ सकते हैं. महिलाओं के खिलाफ अपराध पर पुलिस के चालान के आंकड़े देखिए. पड़ोसी राज्यों से चालान की तुलना कर लीजिए. एफआईआर के नियम सरल करने की वजह से आंकड़े बढ़े हैं. आप नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े देखिए. मणिपुर में महिलाओं के साथ खराब बर्ताव का वीडियो आया है, उस पर शर्म आनी चाहिए. सुप्रीम कोर्ट तक ने सरकार को फटकार लगाई है.”
नेता प्रतिपक्ष राठौड़ बोले- मंत्री ने सरकार की कलई खोल दी
मंत्री गुढ़ा के अपनी ही सरकार पर महिला सुरक्षा में विफल होने का आरोप लगाने के बाद नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा- “सरकार संविधान के आर्टिकल 164(2) के तहत सामूहिक जिम्मेदारी से चलती है. हमारे संविधान में लिखा है कि सरकार का एक मंत्री बोलता है, तो इसका मतलब पूरी सरकार बोल रही है. मंत्री ने सरकार की कलई खोल दी है. मैं उनको बधाई दूंगा, लेकिन यह शर्मनाक बात है.” इससे पहले कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा भी कह चुकी हैं कि राजस्थान में वह सुरक्षित महसूस नहीं करतीं.
अशोक गहलोत ने मणिपुर को लेकर कसे थे तंज
राजस्थान में एक हफ्ते के दौरान 3 आपराधिक घटनाएं हुईं. पहली-19 साल की लड़की की बेरहमी से हत्या, दूसरी- नाबालिग के साथ गैंगरेप, तीसरी- जोधपुर के ओसियां गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर शव जलाना. राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर बीजेपी और राज्य की कांग्रेस सरकार के बीच जुबानी जंग भी चल रही है. बीजेपी अशोक गहलोत सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रही है. बचाव में गहलोत ने गुरुवार को कहा कि ओसियां मामले में दो घंटे के अंदर आरोपी पकड़े गए, जबकि मणिपुर वायरल वीडियो मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार करने में 77 दिन लग गए.
बीजेपी सांसदों ने गहलोत सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
बीजेपी ने भी राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर गहलोत सरकार को निशाने पर लिया है. इसी कड़ी में संसद भवन में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने राजस्थान के बीजेपी सांसदों ने गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के लिए कांग्रेस नीत गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए राजसमंद से सांसद दीया कुमारी ने कहा, ”महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध, भ्रष्टाचार, अधूरे विकास कार्यों, झूठे वादे और किसानों व युवाओं के साथ हुए छल को लेकर विरोध प्रदर्शन कर राजस्थान की मूक-बधिर कांग्रेस सरकार से जवाब मांगा. बहन बेटियों की अस्मिता को तार तार करने वाले बलात्कारियों, हत्यारों की पालनहार कांग्रेस सरकार के खिलाफ हम चुप नहीं बैठेंगे. हम लड़ेंगे, आवाज़ बुलंद करेंगे और न्याय ले कर रहेंगे.”
वसुंधरा राजे ने भी घेरा
वहीं, बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा, “महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक घटनाएं राजस्थान में हुई. दुष्कर्म में राजस्थान नंबर वन प्रदेश बन गया है. मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं हो रही, लेकिन सब चुप हैं.’
कांग्रेस के मीडिया प्रमुख ने दिया जवाब
उधर, कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने पलटवार करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बहाने राजस्थान और छत्तीसगढ़ का नाम लेकर राजनीति खेली है. बीजेपी को यह पता होना चाहिए कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल मणिपुर के सीएम की तरह नहीं है. अगर अपराध होते हैं तो तत्काल अपराधियों को पकड़ा जाता है.”