मैटरनिटी फोटोशूट क्यों बन रहा ट्रेंड? आलिया भट्ट भी करा चुकीं शूट, जानें सोशल मीडिया पर कपल्स कब बताएं गुड न्यूज
बॉलीवुड एक्ट्रेस रिचा चड्ढा ने इसी साल जुलाई में बेटी को जन्म दिया, लेकिन कुछ दिन पहले उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपनी मैटरनिटी फोटोशूट की कुछ तस्वीरें शेयर कीं. इन फोटोज में एक्ट्रेस ने यूनीक तरीके से साड़ी पहनी हुई है और बॉडी पर कुछ जियोमेट्री सिंबल बनवाए हुए हैं जो फेमिनिन पावर और लाइफ को दिखाते हैं. इन तस्वीरों को देख सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें खूब ट्रोल किया और इसे दिखावा तक कह दिया. रिचा पहली एक्ट्रेस नहीं हैं जिन्होंने प्रेग्नेंसी में फोटोशूट कराया. दीपिका पादुकोण, आलिया भट्ट, सोनम कपूर, करीना कपूर समेत कई बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐसा करा चुकी हैं.
क्यों मैटरनिटी फोटोशूट बन रहा ट्रेंड
बॉलीवुड एक्ट्रेसेज की तरह आम महिलाएं भी प्रेग्नेंसी के दौरान मैटरनिटी फोटोशूट करा रही हैं और इसके पीछे की वजह है सोशल मीडिया. अब कपल्स अपने खास पलों को कैप्चर कर उसे अपनी फैमिली और दोस्तों के साथ शेयर करना चाहते हैं. वहीं, कुछ कपल बेबी बंप को दिखाकर लोगों की तारीफ बटोरना चाहते हैं. कहीं ना कहीं सोशल मीडिया पर यह शोऑफ ही है. आजकल कई कपल सेलिब्रिटी की तरह बेबी बंप की फोटो के साथ सोशल मीडिया पर प्रेग्नेंसी अनाउंस करते हैं.
सोशल मीडिया पर बेबी बंप दिखाना निजी फैसला
मनोचिकित्सक डॉ. अवनि तिवारी कहती हैं कि हर महिला की प्रेग्नेंसी का सफर अलग-अलग होता है. इस खूबसूरत सफर को पब्लिक करना है या नहीं, यह कपल्स का निजी फैसला होता है. पहले के समय में महिलाएं डिलीवरी के अंतिम दिनों तक प्रेग्नेंसी की बात छुपाती थीं. आज भी कई महिलाएं चुन्नी या साड़ी के पल्ले से अपना पेट छुपा लेती हैं लेकिन हर महिला एक जैसी सोच की नहीं होती. कुछ अपने इस सफर को बिना छुपाए खास बनना चाहती हैं. उन्हें बेबी बंप को दिखाना पसंद है.
मैटरनिटी फोटोशूट प्रेग्नेंसी के अंतिम 3 महीनों में होता है (Image-Canva)
कब करें प्रेग्नेंसी की अनाउंसमेंट
आजकल लोग सोशल मीडिया पर तुरंत गुड न्यूज देने को बेताब होते हैं लेकिन प्रेग्नेंसी की अनाउंसमेंट जल्दबाजी में नहीं करनी चाहिए. अगर कोई कपल अपने प्रियजनों से यह गुड न्यूज शेयर करना चाहते हैं तो वह इसके लिए प्रेग्नेंसी के 14 हफ्ते तक इंतजार करें. मेनलाइन हेल्थ वेबसाइट के अनुसार यह हफ्ते प्रेग्नेंसी की खबर देने के लिए सुरक्षित माने जाते हैं क्योंकि प्रेग्नेंसी आसान नहीं होती और 6 में से 1 महिला प्रेग्नेंसी के पहले 3 महीने में मिसकैरेज का शिकार हो जाती है. यानी प्रेग्नेंसी के पहले ट्राइमेस्टर में 80% मिसकैरेज की आशंका बनी रहती है.
मैटरनिटी फोटोशूट की तस्वीरें डालती है भ्रम में ?
लेखिका जेसिका ग्रोस ने ‘स्क्रिमिंग ऑन द इनसाइड: द अनसस्टेनेबल ऑफ अमेरिकन मदरहुड’ नाम की अपनी किताब में सोशल मीडिया पर मैटरनिटी फोटोशूट कैसे महिला के दिमाग को भ्रमित करते हैं, इस बारे में विस्तार से लिखा. उन्होंने लिखा कि सोशल मीडिया पर कई खूबसूरत मैटरनिटी फोटोशूट देखे थे. उन्हें लगता था कि प्रेग्नेंसी बहुत आसान होती है लेकिन जब वह खुद प्रेग्नेंट हुईं तब उन्हें एहसास हुआ कि वह गलत थीं. प्रेग्नेंसी में बहुत तकलीफ होती है. महिला अपनी बॉडी शेप, सूजन, मूड स्विंग्स और खाने का पैटर्न बदलने से बहुत परेशान रहती है. कहीं ना कहीं यह मैटरनिटी फोटोशूट बाकी महिलाओं को एंग्जाइटी और लो सेल्फ एस्टीम का शिकार बनाते हैं.
प्रेग्नेंसी में फोटोशूट का ट्रेंड अमेरिका में शुरू हुआ था (Image-Canva)
हॉलीवुड में शुरू हुआ ट्रेंड
बॉलीवुड से पहले हॉलीवुड में 1991 में मैटरनिटी फोटोशूट का रिवाज शुरू हुआ. डेमी मूरे पहली हॉलीवुड एक्ट्रेस थीं जिन्होंने एक मैगजीन के लिए न्यूड मैटरनिटी फोटोशूट किया. इसके बाद बेयोंसे, ब्रिटनी स्पेयर जैसे कई सेलिब्रिटीज ने प्रेग्नेंसी में ऐसे फोटोशूट करवाए.
प्री वेडिंग की तरह होता मैटरनिटी फोटोशूट
मैटरनिटी फोटोशूट प्री वेडिंग फोटोशूट की तरह होते हैं. यह शूट 7 से 9 महीने के बीच होते हैं. क्लाइंट्स अपने हिसाब से लोकेशन चुनते हैं. अगर दिल्ली-एनसीआर या उसके आसपास की लोकेशन है तो इसमें 30 हजार रुपए से पैकेज शुरू होते हैं और अगर साउथ इंडिया या इंटरनेशनल लोकेशन है तो इसकी कीमत लाखों रुपए में पहुंच जाती है.
बाजार ने बना दिया ट्रेंडिंग
मैटरनिटी फोटोशूट आजकल इसलिए भी पॉपुलर हो रहे हैं क्योंकि अब मैटरनिटी एक बड़ा बाजार बन चुका है. कई एक्ट्रेसेज मैटरनिटी ब्रांड्स के लिए फोटोशूट भी करती हैं जिसकी उन्हें अच्छी खासी फीस मिलती है. मैटरनिटी का बाजार भारत में हर साल 17% की रफ्तार से बढ़ रहा है. केवल मैटरनिटी ड्रेसेज की इंडस्ट्री 2213 करोड़ रुपए की है. मैटरनिटी क्लोदिंग में खास तरह की लॉन्जरी से लेकर प्रेग्नेंसी बेल्ट, मैटरनिटी पैंट्स, टॉप, कुर्ती हर चीज शामिल है.
बेबी शावर भी किसी शादी से कम नहीं
वेडिंग क्राउन इवेंट मैनेजमेंट कंपनी की फाउंडर ममता दुआ कहती हैं कि जिस तरह आजकल शादियां ग्रैंड इवेंट बन गई हैं, इसी तरह से बेबी शावर भी ऑर्गेनाइज हो रहे हैं. लोगों को थीम बेस्ड बेबी शावर चाहिए जिसमें बच्चे से जुड़ी हर चीज डिस्प्ले होनी चाहिए जैसे छोटे बच्चे की डमी, दूध की बोतल, डायपर, बेबी वाइप्स. प्रेग्नेंट महिला की सहूलियत के हिसाब से ड्रेस और सीटिंग अरेंजमेंट तय किया जाता है. बेबी शावर के ई-इनवाइट पर आजकल लोग बच्चे के रोने की आवाज लगाते हैं. इवेंट पर कई तरह के यूनीक खेल भी खिलाए जाते हैं जैसे पेरेंटिग से जुड़ी क्विज, डायपर कैसे पहनाएं, बच्चा रोए तो कैसे चुप कराएं. वहीं, केक भी दूध की बोतल की शेप का या डायपर वाला डिजाइन कराया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : September 24, 2024, 12:59 IST