यहां वानर सेना को खिलाई गई 25 क्विंटल मिठाई, निकाली गई शोभायात्रा, जानें क्यों
Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:
Dharm Karm : इसी पवन धरती में प्रभु राम ने साढ़े ग्यारह वर्ष का वनवास काल एक पर्वत में रहकर काटा था. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मनाया जश्न.
फोटो
चित्रकूट. यूपी के चित्रकूट की हिंदू धर्म में बड़ी मान्यता है. इसे प्रभु श्रीराम की तपोस्थली कहा जाता है. इसी पवन धरती में प्रभु राम ने साढ़े ग्यारह वर्ष का वनवास काल एक पर्वत में रहकर काटा था. ऐसे में 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का जश्न यहां भी मनाया गया था. बीते साल प्राण प्रतिष्ठा के दिन से इस पर्वत की महाआरती शुरू की गई थी, जिसमें हजारों भक्त रोज आरती करने पहुंचते थे. आज 22 जनवरी 2025 को महाआरती का एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष में बड़ी ही धूमधाम से इसका वर्षगांठ मनाया गया है. इस मौके पर एक भव्य शोभायात्रा भी निकाली गई.
हाथी और घोड़ों का जुलूस
चित्रकूट के परिक्रमा मार्ग में हनुमान मंदिर के समीप कामदगिरि पर्वत की महाआरती एक साल से हो रही है. ये विशेष आरती उस दिन शुरू हुई थी, जिस दिन अयोध्या में रामलला विराजमान हुए थे. चित्रकूट में कामदगिरि महाआरती का शुभारंभ डॉ. विपिन विराट महाराज ने किया था. आज उस महाआरती की पहली वर्षगांठ मनाई गई. इस दौरान एक भव्य झांकी सजाई गई. इस झांकी में राम, लक्ष्मण, जानकी और हनुमान की मनमोहक प्रस्तुति के साथ हाथी और घोड़ों का विशेष जुलूस निकाला गया. झांकी के बाद भगवान कामदगिरि की पंचकोशी परिक्रमा भी संपन्न हुई. चित्रकूट की वानर सेना को करीब 25 क्विंटल मिठाई खिलाई गई.
गौमाता को भी प्रसाद
कामदगिरि महाआरती के अध्यक्ष डॉ. विपिन विराट महाराज ने लोकल 18 को बताया कि आज के दिन अयोध्या में रामलला विराजमान हुए थे. उसका आज एक वर्ष पूरा हो गया है. पिछले साल आज ही के दिन इस चमत्कारी पर्वत की महाआरती शुरू की गई थी. उसका भी आज एक वर्ष पूरा गया. भक्तों के लिए आज दोहरी खुशी का दिन है. चित्रकूट की वानर सेना को और गौमाता को भी प्रसाद खिलाया गया है.
Chitrakoot,Uttar Pradesh
January 22, 2025, 21:40 IST