‘यारा सीली सीली बिरहा की रात…’ गाने का जानते हैं अर्थ? जानेंगे तो हो जाएगी और ज्यादा मोहब्बत, 80% लोगों को नहीं पता मतलब



Lata Mangeshkar Song Yara Seeli Seeli Birha ki raat ka jalna Meaning 'यारा सीली सीली बिरहा की रात...' गाने का जानते हैं अर्थ? जानेंगे तो हो जाएगी और ज्यादा मोहब्बत, 80% लोगों को नहीं पता मतलब

नई दिल्ली : ‘यारा सीली सीली बिरहा की रात का जलना’ साल 1991 में रिलीज हुई फिल्म ‘लेकिन’ का एक नायाब गीत है जो आज भी लाखों-करोड़ों लोगों का पसंदीदा गाना है. रूहानियत से भरे इस गाने को लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने अपनी खूबसूरत आवाज में गाया है और गीतकार गुलजार (Gulzar) ने इसे लिखा है. यह गाना 90 के दौर में रेडियो-टीवी पर खूब बजा करता था. आज भी जब लोग इसे सुनते हैं, तो बिना इसका अर्थ जाने जिंदगी और प्रेम के भाव से सराबोर हो जाते हैं. बहरहाल, अगर आप ‘यारा सीली सीली बिरहा की रात का जलना’ का मतलब नहीं जानते हैं, तो हम आपको बताते हैं, जिसे जानने-समझने के बाद हिंदी गानों, लता मंगेशकर और कविताओं को लेकर आपका प्रेम और भी गहरा हो जाएगा.

गुलजार एक ऐसे फनकार हैं जिनके गानों का मिजाज सुफियाना है. उनके शब्द दिलो-दिमाग पर जादू सा असर करते हैं, इसलिए श्रोता बिना अर्थ जाने ही उनके गाने सुनते चले जाते हैं. अब फिल्म ‘लेकिन’ के गाने ‘यारा सीली सीली’ की शुरुआती पंक्तियां पढ़िए-
यारा सीली सीली बिरहा की रात का जलना
यारा सीली सीली, यारा सीली सीली
ओ यारा सीली सीली, ढोला सीली सीली
यारा सीली सीली बिरहा की रात का जलना

हिंदी फिल्मों के गानों और लता मंगेशकर के प्रशंसकों ने यह गाना शायद हजारों बार सुना हो, पर इसकी पहली पंक्ति का सही-सही अर्थ जानने वाले बहुत कम लोग हैं. इस पंक्ति का अर्थ और भाव उतना ही खूबसूरत है, जितना इसका संगीत है. ‘यारा सीली सीली बिरहा की रात का जलना’ पंक्ति का अर्थ कुछ ऐसा है- ‘जुदाई की रात उस जलती हुई गीली लकड़ी की तरह है, जो न पूरी तरह जल पाती है और न ही पूरी तरह बुझ पाती है.’

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गाना ‘यारा सीली सीली’ एहसास कराता है कि जिंदगी या प्रेम से जुदाई की हूक या दर्द इतना गहरा है, जिसमें रूह जिंदगी और मौत के बीच किसी पल में फंसकर रह जाती है, जहां उसे न पूरी जिंदगी नसीब होती है और न ही पूरी मृत्यु. गाने की यही गहराई और खूबसूरती इसे कालजयी बनाती है. इस गाने के लिए लता मंगेशकर को ‘बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर’ का नेशनल अवॉर्ड मिला था और गुलजार को सर्वश्रेष्ठ गीतकार का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था. गाने का संगीत हृदयनाथ मंगेशकर ने तैयार किया था. फिल्म का निर्देशन गुलजार ने किया था, जिसमें डिंपल कपाड़िया, विनोद खन्ना, अमजद खान, आलोक नाथ जैसे सितारों ने अभिनय किया था.

Tags: Lata Mangeshkar, Lyricist Gulzar



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