यूजी और पीजी के छात्र ध्यान दें! उच्च शिक्षा विभाग का एकेडमिक कैलेंडर जारी, बदला फीस स्ट्रक्चर


इंदौर: कॉलेजों में पढ़ाई, परीक्षा और वार्षिक कार्यक्रम के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने एकेडमिक कैलेंडर जारी किया है. जिसके मुताबिक 1 जुलाई से क्लासेस शुरू होंगी, वहीं बीकॉम, बीए, बीएससी, बीबीए जैसे यूजी कोर्स की वार्षिक परीक्षा भी 1 अप्रैल से 31 मई के बीच होगी. इसी के साथ यूजी सेकंड ईयर (2023 के एडमिशन वाले छात्रों की) और फाइनल ईयर की भी परीक्षा करवाई जाएगी. छात्रसंघ का गठन कई वर्षों से नहीं हो पाया है, इसके लिए कैलेंडर में सितंबर माह आरक्षित है. वहीं क्लासेस शुरू होने और प्रवेश की अंतिम तारीख के बाद अधिकतम 30 दिन तक छात्र अपना विषय (बीए से बीकॉम या बीएससी या अन्य) बदल सकेंगे.

ये रहेगा शेड्यूल
– 16 सितंबर से 30 सितंबर तक पूरक परीक्षाएं करवा सकेंगी यूनिवर्सिटी.
– 31 अक्टूबर तक परिणाम घोषित कर सकेंगे.
– 13 से 25 मार्च तक प्रैक्टिकल परीक्षाएं होंगी.

30 जून तक यूजी फाइनल का रिजल्ट
कैलेंडर के अनुसार यूनिवर्सिटी को 30 जून तक यूजी अंतिम वर्ष और पीजी अंतिम सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम घोषित करना होगा, जबकि यूजी फर्स्ट व सेकंड ईयर व पीजी दूसरे सेमेस्टर के परिणाम 31 जुलाई 2025 तक घोषित करने होंगे. टीचिंग स्टाफ के लिए 16 मई से 30 जून तक ग्रीष्म अवकाश रहेगा. पीजी कोर्स की क्लासेस भी 1 जुलाई से ही लगेंगी. पहले और तीसरे सेमेस्टर व एटीकेटी परीक्षाएं 22 नवंबर से 12 दिसंबर के बीच होंगी. फिर 13 से 20 दिसंबर तक अवकाश मिलेगा. 31 दिसंबर तक यूनिवर्सिटी को सेमेस्टर रिजल्ट जारी करना होंगे. वहीं पीजी दूसरे व चौथे वर्ष की परीक्षाएं 23 अप्रैल से 15 मई के बीच करवाना होंगी. रिजल्ट 10 जून तक घोषित करना होगा.

डिमांड वाले कोर्स की फीस बढ़ाई
कॉलेजों में यूजी और पीजी के डिमांड कोर्स की फीस करीब 16 हजार रुपए तक बढ़ा दी है. जिसमे बीबीए कोर्स की फीस 3 हजार से लेकर 16 हजार रुपए तक बढ़ाई गई है. इसके साथ ही बीए ऑनर्स, बीए, एमए के कुछ स्पेशलाइजेशन की फीस भी 2 हजार से 9 हजार तक बढी है. वहीं बीए एलएलबी, एलएलबी और बीबीए एलएलबी की फीस में भी 11 हजार रुपए तक की बढ़ी है. वहीं 2024-25 सत्र के लिए बीएससी, बीकॉम, एमकॉम, एमएससी और कुछ कोर्स की फीस घटा भी चुके हैं. फीस कम करने वाले कॉलेजों की संख्या 28 है, जबकि फीस बढ़ाने वालों की संख्या 50 के आसपास है. एमबीए की डिमांड के कारण दोगुनी सीटें और फीस 6% तक बढ़ाई है. इसमें करीब 20 कॉलेजों ने फीस बढ़ाई है.

यह है कारण
पिछले साल बीएससी में सिर्फ 18 से 20 फीसदी कॉलेजों में बीएससी की सभी सीटें भर पाई थीं, जबकि कई कॉलेजों में बीबीए की 1000 सीटें बढ़ाई गई थीं, लेकिन वे सीटें भी भर गई और उसके बाद भी वेटिंग थी. सरकारी कॉलेज जीएसीसी में तो 200 से ज्यादा छात्र वेटिंग में ही रह गए थे. 19 कॉलेजों ने पहली बार बीबीए कोर्स शुरू किया है, जबकि कई कॉलेजों ने सीटें बढ़ाई हैं.

पिछले साल एक भी बीबीए की सीट खाली नहीं थी, जबकि बीए का कट 70% के आसपास था. जिसमें पुराने कॉलेज की सीटें 100 फीसदी भर गई थीं, जबकि नए कॉलेजों में 30% तक सीटें खाली थी. यही वजह है कि फीस बढ़ाई है. डीएवीवी के डीसीएससी डॉ. राजीव दीक्षित कहते हैं कॉलेजों की फीस पर हमारा नियंत्रण नहीं होता. इस बार भी हम संबद्धता जारी करने से पहले फैकल्टी की संख्या, इंफ्रास्ट्रक्चर और लैब पर सख्ती से फोकस करेंगे.

कॉलेजों में फीस की स्थिति
कोर्स एवरेज फीस इस प्रकार है. बीबीए 43000 रुपए, बीए 20000 रुपए, बीए-एलएलबी 80000 रुपए, एलएलबी 25000 रुपए, बी.कॉम 16000 रुपए, बीएससी 20000 रुपए. यह फीस सालाना देना होगा.

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