यूपी में यहां होता है खास तरह का आलू, स्वाद के साथ सेहत का भी खजाना, विटामिन का है भंडार


वसीम अहमद /अलीगढ़. क्या आपने खाए हैं लाल आलू. अगर नहीं खाये तो एक बार ज़रूर खाएं. लाल आलू जिसे अंग्रेज़ी में रेड पोटैटो कहा जाता है. यह एक विशेष प्रकार का आलू है. इस लाल रंग के आलू की पैदावार अलीगढ़ के खैर इलाके मे बड़े पैमाने मे की जा रही है. जिसकी खाल लाल रंग की होती है. इसका उपयोग मुख्य रूप से स्वादिष्ट व्यंजन बनाने में और चिप्स बनाने किया जाता है. लाल आलू की खाल पतली और चिकनी होती है, जिसे छीलना आसान होता है. इसका गूदा हल्के से सफेद या पीले रंग का होता है और यह पकाने पर एक मलाईदार और नरम बनावट देता है.

स्वस्थ शरीर के लिए भी यह आलू बेहद लाभदायक होता है. लाल आलू पोषण से भरपूर होता है. जिसमें विटामिन सी, विटामिन बी6, पोटैशियम और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं. इसका स्वाद हल्का मीठा और मिट्टी जैसा होता है, जो इसे चिप्स, सलाद, सूप, भुजिया और बेक्ड व्यंजनों के लिए आदर्श बनाता है. इसकी उच्च नमी और कम स्टार्च सामग्री इसे विशेष रूप से ग्रेवी और मसालेदार व्यंजनों में उपयोगी बनाती है.

लोकल 18 से खास बातचीत करते हुए लाल आलू के उत्पादक अभय शर्मा ने बताया कि ये लाल आलू हमारे यहां कम्पनी वाले उत्पादन कराते हैं. यानि कई कम्पनियां इस लाल आलू के बीज हमें भेजते हैं और फसल तैयार कर भेजने का पैसा तय कर लेते हैं. इस प्रकार यहां लाल आलू की जो भी पैदावार होती है उसको कंपनियां वापस ले लेती हैं.अधिकतर लाल आलू की पैदावार अच्छी होती है. इस लाल आलू की फसल 120 दिनों की होती है. अलीगढ़ के खैर इलाके मे जो किसान भाई आलू की खेती करते हैं. उनमें से 10 प्रतिशत किसान ही लाल आलू की खेती करते हैं. इस लाल आलू की कीमत की बात की जाये तो नॉर्मल आलू से 150 से 200 रूपये तक महंगा होता है.

अभय शर्मा ने कहा कि इस लाल आलू  में स्टार्च की मात्रा बहुत कम होती है और इसमें शुगर लेवल भी कम होता है.  इसलिए चिप्स बनाने वाली कम्पनियां इसे विशेष रूप से खरीदते हैं.यह लाल आलू सेहत के हिसाब से भी नॉर्मल आलू से अधिक लाभकारी माना जाता है और इसका स्वाद भी साधारण आलू से ज्यादा होता है. इस लाल आलू की पैदावार अलीगढ़ के खैर के अलावा अलीगढ़ के ही इगलास क्षेत्र  मे की जाती है. साधारण आलू की फसल की तरह ही इसकी भी पैदावार की जाती है. बस फर्क इतना है कि साधरण आलू की पैदावार 80 से 100 दिन मे होता है. तो इस लाल आलू की पैदावार 120 दिन मे तैयार होती है. यानि यह फसल 120 दिन की है. इस लाल आलू की खेती से किसानों को अच्छा लाभ होता है.

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